जम्मू-कश्मीर के जम्मू और रजौरी जिलों में आगजनी और साम्प्रदायिक तनाव के कारण शनिवार देर रात यहां कर्फ्यू लगा दिया गया. जम्मू और रजौरी से अभी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है.
डिविजन आयुक्त शांतमनु ने बताया कि जम्मू जिले के न्यू प्लॉट इलाके में दो दुकानों और दो वाहनों को आग लगाने की कोशिश की गई. उन्होंने कहा कि घटनाओं के बाद पूरे जम्मू जिले में कर्फ्यू लगा दिया गया है.
रजौरी के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मुबसीर लतीफी ने कहा कि रजौरी जिले में साम्प्रदायिक तनाव उच्चतम स्तर पर है ऐसे में एहतियातन कर्फ्यू लगाया गया है.
खबरों के मुताबिक उधमपुर जिले में भी ऐहतियात के तौर पर कर्फ्यू लगाया गया.
जेटली के नेतृत्व में हिंसा प्रभावित किश्तवाड़ का दौरा करेंगे बीजेपी नेता
राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरण जेटली के नेतृत्व में बीजेपी के नेता किश्तवाड़ का दौरा करेंगे और सांप्रदायिक हिंसा के बाद प्रभावित इलाकों का मुआयना करेंगे.
जेटली के साथ पंजाब से राज्यसभा सदस्य अविनाश राय खन्ना और प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष जुगल किशोर जम्मू के किश्तवाड़ की यात्रा पर जाएंगे. जिले में दो समुदायों के बीच संघर्ष के बाद से कर्फ्यू लगा हुआ है. हाल ही में हुए संघर्ष को गंभीरता से लेते हुए विपक्षी दल चाहता है कि हालात जल्दी सामान्य हों.
बीजेपी ने आशंका जताई है कि इन संघर्षों से जम्मू-कश्मीर में पहले जैसे ही हालात बन सकते हैं जब राज्य से एक समुदाय विशेष के सदस्य विस्थापित हुए थे. बीजेपी नेता वहां जाकर स्थानीय लोगों से मुलाकात करेंगे और हालात का आकलन करेंगे.
उधर बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से बात की थी और प्रभावित क्षेत्रों में स्थिति जल्दी सामान्य करने की मांग की. प्रधानमंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया था और कहा कि सेना को बुलाया गया है. जेटली ने भी हालात को लेकर वित्त मंत्री पी चिदंबरम और गृह सचिव से बातचीत की थी.
जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में सांप्रदायिक झड़पों के दौरान हुई गोलीबारी की एक घटना में तीन लोग जख्मी हो गए थे. जिले में कर्फ्यू लागू होने के बावजूद पत्थरबाजी की छिटपुट घटनाएं भी हुई हैं. वहीं जम्मू शहर में झड़पों, लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़े जाने के बीच एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी सहित सात लोग जख्मी हो गए.
हिंसा प्रभावित किश्तवाड़ जिले की सड़कों पर थलसेना की टुकड़ियों ने गश्त लगायी जबकि स्थानीय प्रशासन ने लोगों को सलाह दी कि वे घर के अंदर ही रहें और निषेधाज्ञा का उल्लंघन न करें.
राज्य सरकार ने लोगों से कहा है कि वे घटना के बारे में फैलायी जाने वाली किसी तरह की अफवाह पर ध्यान न दें. सरकार ने कहा कि यह कश्मीर घाटी के साथ-साथ जम्मू में कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगाड़ने का निहित स्वार्थी तत्वों का प्रयास है. नेशनल कांफ्रेंस के वरिष्ठ नेताओं ने जम्मू- कश्मीर की जनता से शांति और भाईचारा बनाये रखने की अपील की.