केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने आज तक के साथ खास बातचीत में कहा कि किरण बेदी को दिल्ली में बीजेपी का सीएम पद का उम्मीदवार बनाने की बात बेबुनियाद है. ऐसी पार्टी में कोई चर्चा नहीं है. ये सब बातें सिर्फ माडिया में होती हैं. मीडिया नॉन इश्यू को लोगों में इश्यू बना रही है. पार्टी में इस तरह की बात है ही नहीं.
गौरतलब है कि देश की पहली महिला आईपीएस अधिकारी किरण बेदी ने कुछ दिनों पहले सक्रिय राजनीति में आने के संकेत देते हुए कहा था कि अगर उन्हें दिल्ली का मुख्यमंत्री बनाया जाता है तो वह इस जिम्मेदारी को लेने से इनकार नहीं करेंगी.
हर्षवर्धन ने आज तक के कार्यक्रम सीधी बात में कहा कि वह दिल्ली का सीएम बनने का सपना नहीं देख रहे हैं. उनका पूरा ध्यान स्वास्थ्य मंत्रालय पर है. अपने प्लान का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, 'देश में नशे के खिलाफ जनआंदोलन चलाया जाएगा. स्वास्थ्य सुविधाएं हर व्यक्ति तक पहुंचाई जाएंगी. अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं पाना हर नागरिक का संवैधानिक अधिकार है. खासकर ये सुविधाएं गरीबों को उपलब्ध करानी होंगी. गरीबों को विश्व स्तरीय सुविधाएं मुहैया कराएंगे, उनके बीच जागरूकता फैलाएंगे, स्वास्थ्य शिक्षा देंगे.'
'एक साल बाद मैं अपने कामों का ब्योरा दूंगा'
उन्होंने कहा कि जिला कॉलेजों को मेडिकल कॉलेजों में बदला जाएगा. 6 नए एम्स में इस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक हेल्थ होंगे. देसी स्वास्थ्य पद्धति का इस्तेमाल होगा. उन्होंने कहा कि एक साल बाद मैं अपने कामों का ब्योरा दूंगा.
उन्होंने कहा कि हम स्वास्थ्य को एक जन आंदोलन बनाएंगे. स्कूली बच्चों को स्वास्थ्य का संदेशवाहक बनाना पड़ेगा. पोलियो अभियान में बच्चे बहुत बड़े संवाहक बने थे. शराब, तंबाकू के खिलाफ आंदोलन शुरू करेंगे. आज देश के 28 राज्यों में आज गुटखा नहीं बन सकता.
अनुच्छेद 370 पर बोले हर्षवर्धन
हर्षवधन ने कहा, 'बीजेपी इंसानियत में विश्वास करती है. इस बार चुनावों में मुस्लिमों ने बीजेपी का समर्थन किया. अनुच्छेद 370 मुस्लिम विरोध नहीं है. बीजेपी राष्ट्र विरोधी नहीं है. बीजेपी के प्रति मुस्लिमों में धारणा टूटी है. थोड़े दिन बाद हर मुसलमान कहेगा कि सरकार हो तो मोदी सरकार जैसी हो. देश के मुसलमानों ने मोदी की क्षमता को माना है. अनुच्छेद 370 और राम मंदिर राष्ट्र धर्म से जुड़े मुद्दे हैं. पिछले कुछ सालों में मुस्लिमों की सोच में बदलाव आया है. अब वह प्रगतिवादी सोच रख रहे हैं. वह सिर्फ विकास चाहते हैं.'