केरल में इंसानियत को शर्मसार करने वाले एक मामला सामने आया है जहां अस्पतालों की लापरवाही की वजह से एक बुजुर्ग की जान चली गई. राज्य के कोट्टायम में 3 अस्पतालों ने 62 वर्षीय एक बुजुर्ग को भर्ती करने से मना कर दिया और ठीक वक्त पर इलाज न मिलने की वजह से उसकी मौत हो गई. अस्पतालों का कहना था कि वेंटीलेटर की कमी होने की वजह से बुजुर्ग को भर्ती नहीं किया गया.
बुजुर्ग के परिवार से मिली जानकारी के मुताबिक उन 3 अस्पतालों में एक सरकारी अस्पताल भी शामिल है. दरअसल 62 साल के बुजुर्ग जैकब थॉमस एच1एन1 मतलब स्वाइन फ्लू से पीड़ित थे. तबियत बिगड़ने के बाद उन्हें एक एंबुलेंस से इडुक्की जिले से कोट्टायम मेंडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया था. बुजुर्ग जैकब थॉमस की बेटी ने मीडिया को बताया कि वे सबसे पहले कोट्टायम मेडिकल कॉलेज अस्पताल के इमरजेंसी विभाग में पहुंचे जहां के पीआरओ ने बुजुर्ग जैकब थॉमस को भर्ती करने से मना कर दिया.
अस्पताल के पीआरओ ने थॉमस की बेटी के बताया कि क्योंकि उनके पास वेंटीलेटर की सुविधा नहीं हैं इसलिए थॉमस को भर्ती नहीं कर सकते हैं. अस्पताल प्रशासन के सामने काफी मिन्नतें करने के बावजूद कोई भी थॉमस को देखने नहीं आया. इसके बाद बुजुर्ग जैकब थॉमस को कारियाथास अस्पताल ले जाया गया, वहां भी डॉक्टरों ने उन्हें भर्ती करने से मना कर दिया.
इसके बाद बुजुर्ग को माथा अस्पताल ले जाया गया और तीसरी बार भी कोई डॉक्टर उन्हें देखने नहीं आया. इसके बाद कोई अन्य विकल्प न होने पर परिजन फिर से कोट्टायम अस्पताल पहुचें. लेकिन किसी ने भी बुजुर्ग को देखा तक नहीं जिसके कारण बुजुर्ग ने एंबुलेंस में ही दम तोड़ दिया. बुजुर्ग जैकब थॉमस के परिवार ने पुलिस में चिकित्सा लापरवाही की शिकायत भी दर्ज की है. राज्य की स्वास्थ्य मंत्री के.के. शैलजा ने चिकित्सा शिक्षा महानिदेशालय को मामले की जांच के लिए कहा है.