आम आदमी पार्टी के प्रमुख और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 1984 के सिख विरोधी दंगों की जांच कराने के मकसद से विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित करने और पीड़ितों को न्याय सुनिश्चित कराने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हस्तक्षेप करने की शनिवार को मांग की.
मोदी को लिखे पत्र में केजरीवाल ने दंगों में मारे गए 3325 पीड़ितों में से प्रत्येक के निकट परिजन को पांच लाख रुपये देने के केंद्र के निर्णय का स्वागत किया, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि मामलों की जांच के लिए एसआईटी गठित करने के तत्कालीन आप सरकार के फैसले को लागू किया जाए.
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी परिजन को गंवाने के आघात की भरपाई धन से नहीं की जा सकती और दोषियों को सजा मिलनी चाहिए.
केजरीवाल ने पीएम मोदी को पत्र में लिखा-
'आदरणीय श्री नरेंद्र मोदी जी,
1984 के दंगा पीड़ितों के लिए आपने 5-5 लाख रुपये का मुआवजा घोषित किया है, इसका हम स्वागत करते हैं.
पर जिन लोगों के पति, पुत्र आदि को जिंदा जला दिया गया, क्या वो लोग 5 लाख रुपये से संतुष्ट हो सकते हैं? आज 30 साल बाद भी वो लोग न्याय के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं. केस पे केस चल रहे हैं. तारीखें पड़ रही हैं. पर दोषियों को आज तक सजा नहीं मिली.'
इन्हें न्याय दिलाने के लिए, आम आदमी पार्टी की सरकार ने स्पेशल जांच दल (SIT) बनाने का निर्देश दिया था. इसके पहले कि वो बन पाता, हमारी सरकार नहीं रही. उसके बाद पांच महीने तक कांग्रेस की सरकार ने और पिछले पांच महीने से आपकी सरकार ने इस मामले पर कोई कार्रवाई नहीं की. आज दस महीने हो गए. लेकिन आज भी उस SIT का गठन नहीं किया.
आप से निवेदन है कि आप कृपया तुरंत SIT का गठन कराएं ताकि दोषियों को सजा दिलाई जा सके.
अरविंद केजरीवाल'