कश्मीर घाटी में विरोध प्रदर्शनों के दौरान शुक्रवार को दो लोगों की मौत हो गई और जेकेएलएफ नेता यासीन मलिक समेत 130 से ज्यादा लोग जख्मी हो गए. हिंसा के बाद बारामूला व शोपियन शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया है.
नौहट्टा, राजौरी काडल, गोजवारा समेत कश्मीर घाटी के कई इलाकों में विरोध प्रदर्शन हुए. दक्षिणी कश्मीर के शोपियन शहर में सुरक्षाबलों द्वारा की गई फायरिंग में आज एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि 12 अन्य लोग घायल हो गए. एक अन्य घटनाक्रम में जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के अध्यक्ष मोहम्मद यासीन मलिक श्रीनगर में विरोध-प्रदर्शन के दौरान घायल हो गए.
पुलिस ने बताया कि शोपियन की एक स्थानीय मस्जिद में नमाज अता करने के बाद कुछ लोग अचानक हिंसा पर उतारू हो गए. इस घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई और 12 अन्य लोग घायल हो गए. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि घायलों में सात को विशेष इलाज के लिए श्रीनगर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है. घटना के बाद शोपियन शहर में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगा दिया गया है.
दूसरी ओर श्रीनगर में विरोध-प्रदर्शन कर रहे यासीन मलिक लाठीचार्ज के दौरान जख्मी हो गए. घटना तब हुई, जब पुलिस ने शहर के लाल चौक पर प्रदर्शनकारियों के समूह पर लाठीचार्ज किया. अलगाववादी नेता मलिक आज दोपहर नमाज अता करने के बाद करीब 4000 लोगों के साथ विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. इस दौरान पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठियां बरसाईं और आंसू गैस के गोले छोड़े.
जेकेएलएफ के एक कार्यकर्ता ने बताया कि चोट लगने के बाद मलिक अचेत हो गए और उन्हें तुरंत एसएमएचएस हॉस्पिटल पहुंचाया गया. अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि मलिक के पैर में जख्म है, लेकिन वे खतरे से बाहर हैं.