अफगान राष्ट्रपति हामिद करजई ने तालिबान की जन्मस्थली कंधार में बड़ा सुरक्षा अभियान चलाने को हरी झंडी दे दी है. उन्होंने लोगों को आश्वस्त किया कि अभियान का उद्देश्य विद्रोहियों से निपटने के साथ ही भ्रष्टाचार और कुशासन के खिलाफ भी कार्रवाई करना है.
सैकड़ों कबाइली और धार्मिक नेताओं ने रविवार को एक कान्फ्रेंस हाल में सार्वजनिक रूप से योजना का समर्थन किया. इस अभियान को नौ साल से चले आ रहे युद्ध में एक संभावित निर्णायक मोड़ के रूप में देखा जा रहा है. अफगान और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षाबलों ने पहले ही सुरक्षा का दायरा बढ़ाना शुरू कर दिया है.
शहर और आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों को डर है कि इससे जबर्दस्त रक्तपात होगा. करजई ने यह कहकर इन आशंकाओं को दूर करने का प्रयास किया कि अभियान टैंकों और हवाई हमलों से युक्त जबर्दस्त सैन्य अभियान नहीं होगा जिससे के नागरिकों की जान खतरे में पड़े. करजई ने कहा ‘सफाए का अभियान पहले कंधार शहर के भीतर शुरू होगा और तब हम जिलों तक जाएंगे.’
उन्होंने सम्मेलन में मौजूद लोगों से आग्रह किया कि वे प्रतिहिंसा की आशंका त्याग दें और विद्रोहियों तथा अपराधियों से शहर का नियंत्रण लेने में सरकार की मदद करें. अफगान राष्ट्रपति ने कहा ‘हमें इस अभियान के लिए आपका सहयोग चाहिए. सहयोग न करने के लिए मैं कोई बहाना स्वीकार नहीं करूंगा. हम इस अभियान को सफल करना चाहते हैं.’
इस संदेश ने नाटो अधिकारियों को खुश कर दिया जिन्होंने कहा था कि अफगान राष्ट्रपति के लिए यह महत्वपूर्ण होगा कि वह सार्वजनिक रूप से इस अभियान को अपने अधिकार वाला बताएं. अमेरिकी कमांडरों का मानना है कि प्रांतीय राजधानी कंधार का नियंत्रण हासिल करना पश्तूनों को तालिबान से अलग थलग करने के लिए महत्वपूर्ण है.