कर्नाटक में चल रही सियासी संकट से कांग्रेस और जेडीएस की सरकार बचेगी या नहीं, ये तस्वीर साफ होती नहीं दिख रही है. 13 विधायकों के इस्तीफे के बाद स्थिति गंभीर बनी हुई है. इस बीच मोदी सरकार में मंत्री सदानंद गौड़ा का कहना है कि कर्नाटक में उनकी तरफ से एक ही बार सरकार बनाने की कोशिश की गई थी. लेकिन अब जो चल रहा है उसके पीछे बीजेपी नहीं है.
कर्नाटक के हालात पर मोदी सरकार में मंत्री सदानंद गौड़ा ने कहा कि शुरुआत में हमने सरकार बनाने की कोशिश की थी, लेकिन उसके बाद हमने कुछ नहीं किया. कांग्रेस और जेडीएस के विधायकों को अपने नेतृत्व पर ही भरोसा नहीं है. आज कांग्रेस और जेडीएस के विधायकों के साथ जो हो रहा है, उसके पीछे हम नहीं हैं.
Union Minister & BJP leader DV Sadananda Gowda on current political situation in #Karnataka: In the initial stage we tried once but afterwards we kept quiet. Congress & JDS MLAs don't have faith in their own leaders & government. We are not behind any MLAs from Congress or JDS. pic.twitter.com/X8cMStzZ3x
— ANI (@ANI) July 9, 2019
बता दें कि केंद्रीय मंत्री का ये बयान तब आया है जब कांग्रेस की ओर से लगातार कर्नाटक के हालात को लेकर भारतीय जनता पार्टी को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है. पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने कई ट्वीट कर आरोप लगाया कि अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जोड़ी ही इसके पीछे है.
बता दें कि कांग्रेस और जेडीएस के कुल 13 विधायकों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. इसके अलावा जिन निर्दलीय विधायकों ने सरकार को समर्थन दिया हुआ था, उन्होंने भी समर्थन वापस ले लिया है. इसी वजह से एचडी कुमारस्वामी की सरकार पर संकट बना हुआ है.
राज्य में पनपे इस संकट के बीच कांग्रेस का आलाकमान एक्टिव हो गया है. यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी ने दिल्ली से गुलाम नबी आजाद और बीके हरिप्रसाद को बेंगलुरु भेजा है. ताकि वहां के हालात पर काबू पाया जा सके.
अगर विधायकों के इस्तीफे की बात करें तो विधानसभा स्पीकर के. रमेश कुमार ने भी अभी किसी का इस्तीफा स्वीकार करने से इनकार कर दिया है. स्पीकर का कहना है कि जबतक विधायक खुद उनके पास नहीं आते हैं, तबतक वह इसे स्वीकार नहीं करेंगे.