कैंपस में विवादास्पद कार्यक्रम में कथित भूमिका के लिए कारण बताओ नोटिस का सामना कर रहे जेएनयू छात्रों ने फैसला किया है कि विश्वविद्यालय के जांच पैनल की रिपोर्ट वे स्वीकार नहीं करेंगे और इसी के हिसाब से अपना जवाब देंगे.
बुधवार देर रात तक चली जेएनयू छात्रों की परिषद बैठक में इस संबंध में फैसला किया गया.
परिषद के एक सदस्य ने कहा, ‘जांच रिपोर्ट अनुचित जांच प्रक्रिया पर आधारित है. हम इसके तथ्यों को स्वीकार नहीं करते. इसी के अनुसार कारण बताओ नोटिस का जवाब भेजा जाएगा.’
21 छात्रों को कारण बताओ नोटिस
इससे पहले जेएनयू ने 21 छात्रों को दिए गए कारण बताओ नोटिस का जवाब देने की समय सीमा को बढ़ाकर 18 मार्च कर दिया है. एक जांच समिति ने नौ फरवरी के विवादास्पद कार्यक्रम के सिलसिले में उन्हें नियमों का उल्लंघन करने का दोषी पाया था.
कन्हैया को क्लीनचिट
हालांकि, जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार के खिलाफ किसी आरोप का जिक्र नहीं किया गया है, जो इस कार्यक्रम के सिलसिले में जेल से भी होकर आ चुके हैं.
खालिद और अनिर्बान सांप्रदायिक तनाव फैलाने के दोषी
पांच सदस्यीय उच्च स्तरीय जांच समिति की रिपोर्ट में उमर खालिद और अनिर्बान भट्टाचार्य को सांप्रदायिक तनाव फैलाने का दोषी पाया गया है. रिपोर्ट में इन दोनों को संप्रदाय, जाति और क्षेत्रीय भावनाएं भड़काकर छात्रों के बीच तनाव पैदा करने का दोषी बताया गया है.