पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह को दिल्ली के आरआर अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया है. वे गुरुवार रात अपने घर में गिर गए थे, जिससे उनके सिर में गहरी चोट लगी थी. चोट के बाद उनका एक ऑपरेशन भी हो चुका है. उनकी हालत अब भी काफी गंभीर बतायी जा रही है.
लोकसभा चुनाव 2014 से पहले बीजेपी से बगावत करके बाडमेर से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चनुाव लड़ने वाले जसवंत सिंह एनडीए के शासन में केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं. बाडमेर सीट से नाम वापस नहीं लेने पर 29 मार्च 2014 को उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था. इसके बाद उनके बीजेपी में फिर से शामिल होने की अटकलें भी लगाई गई थीं, लेकिन उनकी घर वापसी नहीं हुई.
जवसंत सिंह का जन्म जनवरी 1938 में हुआ और वे हमेशा बीजेपी से जुडे रहे. उन्होंने प्रधानमंत्री अटल विहारी वाजपेयी ने नेतृत्व में बनी एनडीए सरकार में वित्त मंत्री से लेकर विदेश मंत्री और रक्षा मंत्रालय तक की जिम्मेदारी संभाली. 2004 से 2009 तक वे राज्यसभा में विपक्ष के नेता भी रहे. 1998-99 में जसवंत सिंह योजना आयोग के उपाध्यक्ष रह चुके हैं.
2009 में छपी अपनी किताब में मोहम्मद अली जिन्ना की तारीफ करने पर उनकी खूब आलोचना हुई थी. उन्होंने अपनी किताब में लिखा कि देश के बंटवारे के लिए जिन्ना नहीं बल्कि प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू जिम्मेदार थे. इसके बाद उन्हें बीजेपी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया गया था. तब उन्होंने बीजेपी पर संकीर्ण मानसिकता का आरोप भी लगाया था. 2010 में उनकी बीजेपी में वापसी हुई थी.