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बोधगया ब्‍लास्‍ट के गुनहगारों की शिद्दत से तलाश, इंडियन मुजाहिदीन पर गहराया शक

बोधगया में सीरियल ब्‍लास्‍ट को लेकर अब नए खुलासे सामने आ रहे हैं. इन धमाकों के पीछे इंडियन मुजाहिदीन का हाथ होने का शक जताया जा रहा है. बताया जा रहा है कि रविवार सुबह 2 बजे पांच लोगों ने बम रखे थे. धमाकों का मकसद दहशत फैलाना ही था.

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बोधगया
बोधगया

बोधगया में सीरियल ब्‍लास्‍ट को लेकर अब नए खुलासे सामने आ रहे हैं. इन धमाकों के पीछे इंडियन मुजाहिदीन का हाथ होने का शक जताया जा रहा है. बताया जा रहा है कि रविवार सुबह 2 बजे पांच लोगों ने बम रखे थे. धमाकों का मकसद दहशत फैलाना ही था.

धमाकों के बाद तिब्बती आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा के धर्मशाला स्थित आधिकारिक महल और उससे सटे सुगलगखांग मंदिर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. दलाई लामा को पहले से ही सरकार से जेड प्लस सुरक्षा मिली हुई है.

आजतक को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, इंडियन मुजाहिद्दीन ने भारत में आतंकियों की लगातार गिरफ्तारी का बदला लेने के लिए ये धमाके करवाए हैं. इंडियन मुजाहिद्दीन के मुखिया भटकल ने अपने सदस्यों को हिदायत दी थी कि आतंकियों का मनोबल बढ़ाने के लिए भारत में धमाके जरूरी हैं. बोधगया ब्‍लास्‍ट में अबू जिंदाल के शामिल होने का भी शक है.

बिहार के डीजीपी अभयानंद ने कहा कि बोधगया धमाकों में 2 लोग घायल हुए हैं. सुबह से अब तक कुल 3 जिंदा बम निष्क्रिय किए जा चुके हैं. अभयानंद ने कहा कि खराब मौसम के कारण NIA और NSG की टीमें दिन में बोधगया नहीं पहुंच सकीं. इनकी टीमें रविवार शाम को बोधगया पहुंच गईं. उन्‍होंने माना कि पहले से हमले की जानकारी मिली थी.

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अफसोस की बात तो यह है कि पिछले कई महीनों से अलर्ट जारी किया जा रहा था. आईबी, दिल्ली पुलिस से लेकर स्थानीय पुलिस तक ने सुरक्षा को लेकर चिंता जाहिर की थी. ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि इसके बावजूद सुरक्षा में इतनी बड़ी चूक कैसे हो गई?

एक के बाद एक लगातार धमाके से बोधगया थर्रा गया. आतंक की इस खौफनाक साजिश से देश एक बार फिर दहल गया. लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या बोधगया के इन धमाकों को रोका जा सकता था? क्या जानबूझकर सुरक्षा में लापरवाही बरती गई? बुद्ध की नगरी पर आतंक की काली छाया पड़ने के पीछे जो सवाल खड़े हो रहे हैं, उनके पीछे कई बड़ी वजह हैं.

आईबी की तरफ से जारी की गई चिट्ठी में साफ-साफ लिखा है कि म्यांमार के लोगों को जमात-तौहिद-वल-जेहाद नाम के संगठन से बड़ा खतरा है. खुफिया विभाग ने चिट्ठी लिखकर देशभर में रह रहे म्यांमार के लोगों को विशेष सुरक्षा मुहैया कराने की बात कही थी.

अलर्ट की यह कहानी यहीं खत्म नहीं होती. जर्मन बेकरी ब्लास्ट केस में गिरफ्तार हुए मकबूल नाम के आरोपी ने भी यह खुलासा किया था कि बोधगया का मंदिर भी आतंक के निशाने पर है. उस मकबूल के मुताबिक आतंकियों ने बोधगया की रेकी भी की थी और मंदिर का वीडियो भी बनाया था. दिल्ली पुलिस ने बिहार पुलिस को इसकी जानकारी भी दे दी थी.

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बोधगया के मंदिर में 25 जून को सुरक्षा को लेकर मॉक ड्रिल की गई. 2 जुलाई को स्थानीय पुलिस और मंदिर प्रबंधन की मीटिंग हुई. इस मीटिंग में पुलिस ने अंदर की सुरक्षा को कमजोर बताया था. इसके बावजूद कोई कदम नहीं उठाया गया.

जाहिर है, सुरक्षा को लेकर जो सवाल खड़े हो रहे हैं, वो बेहद संजीदा हैं. जहां 'बुद्धम् शरणम् गच्छामि' की ध्वनि गूंजा करती है, वहां आज पसरा हुआ है ख़ौफ़.

कोलकाता में IM का संदिग्ध आतंकी गिरफ्तार
इस बीच, कोलकाता में विस्फोटक के साथ गिरफ्तार किए गए व्यक्ति के प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन इंडियन मुजाहिदीन (IM) के साथ रिश्ते की जांच में पुलिस जुटी हुई है. रविवार को बोधगया में हुए सीरियल ब्‍लास्‍ट के पीछे इसी संगठन पर शक जताया जा रहा है.

एसटीएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, 'अनवर हुसैन मल्लिक (42) को शनिवार को शहर के बीच में स्थित बस अड्डे से विस्फोटक और जाली भारतीय मुद्रा के साथ गिरफ्तार किया गया.'

लोक अभियोजक कृष्ण चंद्र दास ने कहा कि मल्लिक ने स्वीकार किया है कि वह आतंकवादी संगठन से जुड़ा है. शहर की एक कोर्ट के बाहर दास ने संवाददाताओं से कहा, 'पुलिस के सामने आरोपी ने कहा है कि वह प्रतिबंधित संगठन से जुड़ा हुआ है और उन्हीं को विस्फोटक पहुंचाने जा रहा था.' मल्लिक को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे 20 जुलाई तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया गया.

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कोलकाता से करीब 550 किलोमीटर दूर पड़ोसी राज्य बिहार के बोधगया में हुए सीरियल विस्फोटों से घंटों पहले आईएम से जुड़े व्यक्ति की गिरफ्तारी ने यह सवाल पैदा कर दिया है कि कहीं इस आतंकी हमले से कोई संबंध तो नहीं है. एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने कहा कि हम सभी पहलुओं की जांच कर रहे हैं.

गौरतलब है कि बिहार में गया जिले के बोधगया स्थित 1,500 वर्ष पुराने महाबोधि मंदिर परिसर में रविवार सुबह 9 सिलेसिलेवार विस्फोट हुए, जिसमें दो बौद्ध भिक्षु घायल हो गए.

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