सेना दिवस के मौके पर आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत ने एक बार फिर से पाकिस्तान को चेतावनी दी. उन्होंने कहा कि सीमा पार से घुसपैठ पर भारतीय सेना मुंहतोड़ कार्रवाई करेगी. दुश्मन देश आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है. हम इसे कामयाब नहीं होने देंगे और जरूरत पड़ने पर दुश्मन के खिलाफ किसी भी तरह की कार्रवाई से पीछे नहीं हटेंगे. रावत ने कहा कि अभी तक नियंत्रण रेखा (LoC) पर सेना ने मजबूती से दुश्मन को जवाब दिया है, जिसमें उसको भारी नुकसान हुआ है.
भारतीय सेना दिवस पर आर्मी चीफ जनरल रावत ने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा कि हम दुश्मन की नापाक हरकतों पर किसी भी कार्रवाई से पीछे नहीं हटेंगे. हम दुश्मन पर नैतिक प्रभुत्व बनाए हुए हैं और आगे भी बनाए रखेंगे. हमने सेना को निर्देश दिया है कि LoC पर शांति बनाए रखी जाए, लेकिन हम सीमाओं की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं करेंगे.
आर्मी चीफ ने कहा, 'हमने कश्मीर में आतंकवादियों को भारी नुकसान पहुंचाया है. हम आतंकवाद का सिर कुचलने के लिए संकल्पित हैं.' पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए जनरल रावत ने कहा, 'हमारा पड़ोसी आतंकी संगठनों को हथियार मुहैया कराता है और सीमा पार से घुसपैठ कराने की कोशिश करता है.'
सेना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में आर्मी ने मेक इन इंडिया के तहत अपना दमखम दिखाया. यह पहला मौका है जब हाल ही में भारतीय सेना के बेड़े में शामिल दो तोप एम-777 और K9 वज्र तोपों के बेड़े में शामिल हुए. ये तोपें 26 जनवरी को भी राजपथ पर दिखेंगी.
अमेरिका में बनी हल्के वजन वाली M-777 होवित्जर तोपों के सौदे के बाद ऐसी कुछ तोपें भारत आ चुकी हैं. नवम्बर में महाराष्ट्र के देवलाली में रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने एम-777 और के-9 वज्र तोप को आधिकारिक तौर पर सेना में शामिल किया था.
एम 777 को हाल ही में यूएस की बीएइ सिस्टम के साथ महिंद्रा ने मिलकर बनाने का काम शुरू किया है. कुल मिलाकर 145 एम 777 भारतीय सेना की तोपखाने को मिलनी हैं. इसकी रेंज 30 किलोमीटर है और यह बेहद हल्की है. कुल मिलाकर इसका वजन 4.5 टन है. इसे चिनूक हेलीकॉप्टर के जरिए एक जगह से दूसरी जगह ले जाया जा सकता है. 32 किलोमीटर की मारक क्षमता वाली एम 777 अल्ट्रा लाइट होवित्जर तोपों को भारत में चीन की सीमा के निकट और अरुणाचल प्रदेश और लद्दाख के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में तैनात किया जाएगा. भारतीय सेना को इस समय 400 से भी ज्यादा तोपों की जरूरत है.
इससे पहले भी बिपिन रावत पाकिस्तान को चेतावनी दे चुके हैं. हाल ही में दिए इंटरव्यू में बिपिन रावत ने कहा था कि सीमा पर भारतीय सेना पूरी तरह से मुस्तैद है. हम सीमा पर नरम और सख्त- दोनों पहलुओं को लेकर चल रहे हैं. उन्होंने कहा था कि जम्मू-कश्मीर में हालात काफी सुधरे हैं और इसको और भी सुधारा जा सकता है. रावत ने यह भी कहा कि कश्मीर में सेना आम लोगों को निशाना नहीं बनाती है.
पूर्वोत्तर भारत पर सुरक्षा के सवाल पर उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर में स्थिति नियंत्रण में है. विरोधी हमेशा झूठी खबर फैलाने की फिराक में रहते हैं. सोशल मीडिया का प्रयोग करते समय हमें सावधान रहना चाहिए और हमारे परिवारों को भी सोशल मीडिया का प्रयोग करते समय ज़िम्मेदारी बरतनी चाहिए. सेना प्रमुख ने कहा कि आने वाले समय में सुरक्षा चुनौतियां बढ़ती जाएंगी. ऐसे में हमें अपनी पेशेवर क्षमताओं को बढ़ाना होगा.
इस अवसर पर सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत ने सैनिकों, उनके परिवारों, भारतीय सशस्त्र बल और भूतपूर्व सैनिकों को सैनिक दिवस की शुभकामनाएं भी दी. इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर सैनिकों को सेना दिवस की बधाई दी. साथ ही सैनिकों के पराक्रम की जमकर तारीख की. पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में कहा, 'सेना दिवस के अवसर पर हमारे जवानों, पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों को बहुत-बहुत शुभकामनाएं. हम सभी देशवासियों को अपने सैनिकों के दृढ़ संकल्प और समर्पण पर गर्व है. मैं उनके अदम्य साहस और वीरता को प्रणाम करता हूं.'