विदेशी यात्रियों को सुविधा देने के लिए सरकार अब ई-वीजा सुविधा मुहैया कराने जा रही है. भारत सरकार अमेरिका, जर्मनी, इस्राइल और फलस्तीन समेत 42 देशों के सैलानी इस सुविधा का फायदा उठा सकेंगे. यह सुविधा 27 नवंबर से शुरू की जाएगी.
पर्यटन मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, गृहमंत्री राजनाथ सिंह और पर्यटन मंत्री महेश शर्मा 43 देशों के लिए ई-वीजा सुविधा की शुरूआत करेंगे. रूस, ब्राजील, जर्मनी, थाईलैंड, संयुक्त अरब अमीरात, यूक्रेन, जॉर्डन, नॉर्वे, मॉरीशस उन देशों में शामिल हैं, जिन्हें योजना के पहले चरण में इस सुविधा का लाभ मिलेगा.
‘इंडियन एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स’ के अध्यक्ष सुभाष गोयल ने बताया, ‘‘यह पर्यटन सेक्टर के लिए ऐतिहासिक अवसर होगा, क्योंकि हम इस सुविधा के लिए लंबे अरसे से मांग कर रहे थे. कई देशों के लिए ई-वीजा प्रणाली शुरू करने से उद्योग को बढ़ावा मिलेगा.' अधिकारी ने बताया कि मैक्सिको, केन्या, फिजी को भी ई-वीजा सुविधा देने पर विचार किया जा रहा है. ई-वीजा प्रणाली के लिए सॉफ्टवेयर सहित सभी इंतजाम कर लिए गए हैं. यह प्रणाली नौ इंटरनेशनल दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, हैदराबाद, बेंगलुरू, कोच्चि, तिरूवनंतपुरम और गोवा में काम करेगी.
ई-वीजा प्राप्त करने के इच्छुक व्यक्ति को संबंधित वेबसाइट पर आवेदन करना होगा. साथ ही आवश्यक फीस जमा करनी होगी. उन्हें 96 घंटे के अंदर वीजा का इलेक्ट्रॉनिक
संस्करण प्रदान कर दिया जाएगा. सरकार के फैसले के मुताबिक, ‘प्राथमिक सूची’ में कुछ देशों को छोड़ कर शामिल सभी देशों को अगले दो साल में ई-वीजा के दायरे में लाया जाएगा.
अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तान, सूडान, अफगानिस्तान, ईरान, इराक, नाइजीरिया, श्रीलंका, और सोमालिया को छोड़ सभी देशों को चरणबद्ध तरीके से ई-वीजा के दायरे में लाया जाएगा. ई-वीजा से देश में विदेशों सैलानियों की संख्या में बढ़ोतरी होने की उम्मीद है. जनवरी से सितंबर के दौरान करीब, 51.79 लाख विदेशी सैलानी भारत आए थे. फिलहाल, दक्षिण कोरिया, जापान, फिनलैंड, सिंगापुर, न्यूजीलैंड, इंडोनेशिया, म्यामांर, वियतनाम और लाओस सहित 13 देश आगमन पर वीजा सुविधा का लाभ ले रहे हैं.
-इनपुट भाषा