भारत में ज्यादातर कर्मचारियों और मजदूरों को काम पर देरी से पहुंचने की लत होती है. लेकिन अगर आप को भी ऐसी ही लत लग चुकी है तो जल्द से जल्द इससे निजात पा लीजिए नहीं तो आपको नौकरी से भी हाथ धोना पड़ सकता है.
एक सर्वे के मुताबिक 42 प्रतिशत कंपनियों ने देर से ऑफिस पहुंचने पर कम से कम एक कर्मचारी को बर्खास्त किया है और यह आंकड़ा दुनिया में सबसे ज्यादा है. फर्म करियर बिल्डर ने नौ देशों में किए गए सर्वे के आधार पर यह निष्कर्ष निकाला है.
इसके अनुसार भारत में 42 प्रतिशत नियोक्ताओं ने देर से आने पर कर्मचारी को बर्खास्त किया है. इस मामले में ब्राजील दूसरे स्थान पर रहा जहां 26 प्रतिशत नियोक्ताओं ने देर से ऑफिस आने पर कर्मचारी को बर्खास्त किया. तीसरे स्थान पर संयुक्त रूप से फ्रांस और रूस (22 प्रतिशत) हैं.
रिपोर्ट के अनुसार ब्रिटेन में 21 प्रतिशत नियोक्ताओं ने देर से दफ्तर पहुंचने पर कर्मचारी को निकाला. वहीं चीन में 20 प्रतिशत, जर्मनी में 9 प्रतिशत, जापान में 7 प्रतिशत और इटली में 6 प्रतिशत कंपनियों ने देर से आने पर कर्मचारी पर बिजली गिराई.
सर्वे के मुताबिक कर्मचारियों के देरी से पहुंचने को नियोक्ता पसंद नहीं करते हैं, लेकिन कई बार ट्रैफिक जाम में फंसने या बारिश जैसे कारणों से कर्मचारी को देर होती है, जो उनके हाथ में नहीं होता. करियर बिल्डर इंडिया के निदेशक प्रेमलेश माचमा ने कहा कि अगर आपका अलार्म समय पर नहीं बजे या आप ट्रैफिक जाम में फंस जाएं तो ज्यादातर बॉस हालात को समझते हैं.
हालांकि लेट लतीफी तब समस्या बन जाती है जबकि यह आदत हो जाए. किसी भी समय अगर आपको देरी हो रही है तो ऑफिस में जल्द से जल्द सूचित करें. साथ ही यह सुनिश्चित करें कि यह बाद में नहीं होगा.