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ड्रैगन की हर हरकत पर होगी हिंदुस्तानी शेरनियों की नजर

आजादी की 70वीं सालगिरह पर महिलाओं का ये दम दिख रहा है हिमाचल प्रदेश में भारत-चीन सीमा पर. ये पहला मौका है जब ITBP ने 20 महिला कमांडो को फॉरवर्ड पोस्ट पर तैनात किया है.

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दुर्गम पहाड़ि‍यों पर तैनात महिला जवान
दुर्गम पहाड़ि‍यों पर तैनात महिला जवान

हौसला है. हिम्मत है. जोश है और जज्बा है. ना कड़ाके की ठंड इन्हें परेशान कर सकती हैं. ना पहाड़ की अनंत ऊंचाइंया इन्हें डिगा सकती हैं. बात देश की रक्षा की हो तो सारी मुश्किलें मंजूर हैं. बात भारत माता के हिफाजत की हो तो सारी चुनौतियां छोटी हैं. अब तक सीमा पर सिर्फ पुरुषों की तैनाती होती रही है, लेकिन अब बेटियां भी बंदूक उठाकर बॉर्डर पर पहुंच गई हैं.

आजादी की 70वीं सालगिरह पर महिलाओं का ये दम दिख रहा है हिमाचल प्रदेश में भारत-चीन सीमा पर. ये पहला मौका है जब ITBP ने 20 महिला कमांडो को फॉरवर्ड पोस्ट पर तैनात किया है. महिला हैं तो क्या हुआ. देश की महिलाएं पुरुषों से कंधे से कंधा मिलाकर हर काम कर रही हैं. फिर बात सीमा पर तैनात होकर दुश्मनों से देश की रक्षा की ही क्यों ना हो.

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दी गई पुरुष जवानों जैसी सख्त ट्रेनिंग
भारत-चीन सीमा पर तैनाती के लिए इन 20 महिला जवानों को खास ट्रेनिंग दी गई है. बिल्कुल वैसी ही ट्रेनिंग जैसी पुरुष जवानों को दी जाती हैं. इन्हें पहाड़ों पर चढ़ना सिखाया गया है. कुदरत की चुनौतियों का सामना करना सिखाया गया है और दुश्मनों से लड़ना सिखाया गया है. महिला जवानों को दुश्मनों के दांत खट्टे करने के लिए पूरी तैयारी करवाई गई है.

44 हफ्तों तक सरहान कैंप में बहाया पसीना
आईटीबीपी की ये 20 महिलाएं अब हिमाचल में किन्नौर का ठांगी पोस्ट संभालेंगी. लेकिन वहां तक पहुंचने से पहले इन्हें बेस कैंप सरहान में ट्रेनिंग दी गई है. 44 हफ्ते तक सरहान के कैंप में महिला जवानों ने फील्ड से लेकर क्लासरूम तक में खूब पसीना बहाया है. सबसे ज्यादा चुनौतियों से भरी ड्यूटी के लिए इन महिलाओं को दुनिया के सबसे खतरनाक सड़क से गुजरना होता है.

आईटीबीपी ने करीब 2000 महिलाओं का खास ब्रिगेड बनाया है, जिन्हें खास ट्रेनिंग दी गई है. अब उन महिलाओं की तैनाती चीन सरहद पर बने 20 पोस्ट पर की जाएगी. यानी अब ड्रैगन की हर एक हरकत पर हिंदुस्तान की शेरनियों की नजर होगी.

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