वैसे तो गुजरात में चुनाव की तारीखों का ऐलान होते ही राजनीतिक पारा चरम है. लेकिन इस बीच राजकोट के क्रिकेट मैदान में दूसरे टी-20 मुकाबले में सबसे ज्यादा उतार-चढ़ाव देखा गया, और आखिर में टीम इंडिया की 40 रनों से हार हुई. हार तो तभी तय हो गई थी जब विराट कोहली को विकेट गिरा था. हालांकि विराट कोहली के आउट होने के बाद महेंद्र सिंह धोनी ने टीम इंडिया को जिताने के लिए पूरी कोशिश की. लेकिन एक लंबा शॉट लगाने के चक्कर में उन्होंने अपना विकेट गवां दिए.
...तो बर्थडे जश्न हो जाता दुगुना
राजकोट टी-20 मैच वैसे तो निर्णायक नहीं था, भले ही इस मैच को जीतकर न्यूजीलैंड ने सीरीज में 1-1 की बराबरी कर ली है. लेकिन अगर टीम इंडिया ये मैच जीत जाती तो कप्तान विराट कोहली को टीम की ओर से ये सबसे बड़ा बर्थडे गिफ्ट होता. क्योंकि 5 नवंबर को कप्तान विराट कोहली का बर्थडे है और इस जीत ने बर्थडे जश्न दुगुना हो जाता, साथ ही टी-20 सीरीज पर भी भारत का कब्जा हो जाता. अब तीसरा और आखिरी मैच निर्णायक होगा.
40 रन से हार गई टीम इंडिया
इस मैच में न्यूजीलैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया और निर्धारित 20 ओवरों में टीम इंडिया को जीत के लिए 197 रनों का लक्ष्य दिया. लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया को शुरुआती 2 झटके लगे, उसके बाद फिर 65 रन के स्कोर पर तीसरा विकेट गिर गया. इस वक्त तक भारत मुकाबले में बना हुआ था.
आखिरी दम तक खुद लड़ते रहे कोहली
तीसरा विकेट गिरने के खुद कप्तानी कोहली बल्लेबाजी करने आए और टीम को शुरुआती दबाव से बाहर निकाला. एक वक्त को ऐसा लगा कि खुद कोहली न्यूजीलैंड से मैच छीनकर भारत की झोली में डाल देंगे. लेकिन एक छोटी सी गलती से उनका विकेट न्यूजीलैंड को हाथ लग गया और मैच का रुख बदल गया. कोहली 42 गेंदों में 65 रन बनाकर आउट हुए.
धोनी की कोशिश भी नाकाम
एक तरह से कोहली का विकेट गिरना ही मैच को टर्निंग प्वाइंट साबित हुआ और टीम इंडिया मैच हार गई. क्योंकि जिस वक्त कोहली आउट हुए भारत का स्कोर 16.3 ओवरों में 123 रन था और दूसरे छोर पर धोनी कोहली का साथ दे रहे थे. शायद धोनी भी अपने कप्तान को बर्थडे पर गिफ्ट ये जीत तोहफे में देना चाहते थे. लेकिन कोहली के आउट होते ही जीत हार में बदल गई.
अब तीसरे मैच का इंतजार
कोहली के बाद अक्षर पटेल बल्लेबाजी करने आए. लेकिन जब तक वो अपने बल्ले से कमाल दिखाते काफी देर हो चुकी थी, और फिर धोनी ने मैच में वापसी के लिए कुछ लंबे शॉट जरूर लगाए. लेकिन 49 रन के निजी स्कोर पर वो भी अपना कैच थमाकर पवेलियन लौट गए. इस तरह टीम इंडिया अपने कप्तान को बर्थडे पर 'जीत' तोहफे में देने से चूक गई.
बल्लेबाज हार के लिए जिम्मेदार
हालांकि इस हार से विराट कोहली ने टीम की बल्लेबाजी को जिम्मेदार ठहराया है. कप्तान ने कहा, 'बल्ले से हम अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके. जब आप 200 रनों का पीछा कर रहे हो तो आपके सभी बल्लेबाजों को स्कोर करना होता है या किसी एक बल्लेबाज को 200 की स्ट्राइक रेट से रन बनाने होते हैं, मैंने अपनी पूरी कोशिश की. धोनी ने आखिर में अच्छा खेल दिखाया, लेकिन हमारा काम काफी मुश्किल था.'