प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र में अपने पहले ही भाषण में योग के लिए भी एक दिन निश्चित किए जाने का प्रस्ताव रखा. 75 दिन के रिकॉर्ड वक्त में ही इस प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई - और आज से ठीक एक महीने बाद अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाना है.
भारतीय संस्कृति और समृद्धि को दुनिया के नक्शे पर मान्यता दिलाने की मोदी की ये पहली कोशिश कामयाब रही. वैसे संयुक्त राष्ट्र के अलावा ज्यादातर मौकों पर मोदी को हिंदी में बातचीत करते और भाषण देते देखा गया, लेकिन साल भर बीतते बीतते चीन में उन्हें अंग्रेजी में बोलते सुना गया - इतना फर्क जरूर आया है.
विदेश नीति और उपलब्धियां
1. दुनिया के मुल्कों से आपसी रिश्तों और कूटनीति पर खास जोर होगा इस बात के संकेत तो मोदी के शपथग्रहण के वक्त ही मिल गए थे जब सार्क देशों के सभी नेताओं को न्योता भेज कर बुलाया गया. खास बात ये रही कि रिश्तों में तमाम उतार चढ़ाव के बावजूद पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ भी आए - और उनके साथ भी मोदी की खास मुलाकात भी हुई. हालांकि, वैसी गर्मजोशी बाद में बरकरार नहीं रह पाई.
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