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ताकि दिल्ली में न हो 9/11 जैसा हमला, 6500 करोड़ का अमेरिकी डिफेंस सिस्टम लाने की तैयारी

प्लान के मुताबिक राजधानी के विभिन्न स्थानों पर मिसाइल नेटवर्क के पांच से छह यूनिट तैनात किए जाएंगे. इनके द्वारा शहर में चौतरफा और 360 डिग्री सुरक्षा मुहैया कराएगी जाएगी.

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प्रतीकात्मक तस्वीर
प्रतीकात्मक तस्वीर

देश की राजधानी दिल्ली में न्यूयॉर्क के 11 सितंबर जैसे हमला न होने पाए, इसके लिए भारतीय वायु सेना (IAF) ने अमेरिका से 6500 करोड़ रुपये की लागत वाले बहुस्तरीय हवाई रक्षा प्रणाली (एडीएस) को लाने का एक प्रस्ताव तैयार किया है और जल्दी ही वह इसे आगे बढ़ाएगा.

सरकारी सूत्रों ने हमारे सहयोगी प्रकाशन मेल टुडे को यह जानकारी दी है. इस प्लान के मुताबिक राजधानी के विभिन्न स्थानों पर मिसाइल नेटवर्क के पांच से छह यूनिट तैनात किए जाएंगे. इनके द्वारा शहर में चौतरफा और 360 डिग्री सुरक्षा मुहैया कराएगी जाएगी.

गौरतलब है कि 11, सितंबर 2001 में अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर और दो अन्य जगहों पर हुए हमलों में इस्लामी आतंकियों ने कई यात्री विमानों का अपहरण कर लिया था और वर्ल्ड ट्रेड सेंटर जैसे अमेरिकी ताकत के महत्वपूर्ण प्रतीकों पर हमला करने के लिए उन्हें हथियार की तरह इस्तेमाल किया था.

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एक सरकारी सूत्र ने बताया, 'एक अमेरिकी कंपनी से मिसाइल डिफेंस सिस्टम खरीदने के प्रस्ताव पर जल्दी ही रक्षा मंत्रालय की एक उच्च स्तरीय बैठक में चर्चा की जाएगी. इसे यदि मंजूरी मिली तो 9/11 जैसे हमले रोकने के लिए यह सरकार से सरकार के बीच होने वाला सौदा होगा.'

इस प्रणाली में कई तरह के मिसाइल शामिल होते हैं जिनसे विभिन्न अक्षांश और दूरी पर स्थ‍ित टारगेट को मार गिराया जा सकता है. इनमें अलग-अलग क्षमताओं के एडवांस मीडियम रेंज एयर टु एयर मिसाइल (AMRAAM) और स्ट‍िंगर मिसाइल शामिल शामिल होते हैं.

सूत्रों के अनुसार अभी भारत में इस तरह की सुरक्षा के लिए रूसी एयर डिफेंस सिस्टम है जो कि कई दशकों से सेवा में है और अब काफी पुराना पड़ चुका है. इसकी जगह अमेरिका का उक्त मिसाइल ग्रिड ले सकता है.

ये मिसाइल एक साथ कई निशानों पर वार कर सकते हैं और इन्हें ऐसे रडार सिस्टम से जोड़ा जा सकता है, जो सैन्य और नागरिक, दोनों तरह के संगठनों के द्वारा इस्तेमाल किए जाते हैं.

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