आम आदमी पार्टी नेता आशुतोष ने कहा है कि वे उपराज्यपाल नजीब जंग पर दिए अपने बयान पर कायम हैं. इससे पहले अरविंद केजरीवाल ने कहा कि था आम आदमी पार्टी के नताओं का गुस्सा अपनी जगह है, मगर इस तरह के बयान नहीं दिए जाने चाहिए. आशुताष ने उपराज्यपाल को कांग्रेस का एजेंड बताया था.
टीवी पत्रकार से राजनीति में आए आशुतोष ने सवाल किया कि दिल्ली राज्य के हर बिल को पारित होने के लिए केंद्र सरकार को क्यों भेजा जाए? आशुतोष ने लालकृष्ण आडवाणी पर वार करते हुए कहा कि जब वे गृहमंत्री थे तब ये आदेश दिया गया था कि दिल्ली सरकार हर नया कानून बनाने से पहले केंद्र से अनुमति लेगी. आशुतोष ने सवाल किया कि आखिर क्यों आडवाणी ने ऐसा आदेश दिया, जिससे कि भारत के लोकतंत्र को खतरा पैदा हो जाए. आडवाणी को इस बारे में जवाब देना चाहिए.
उधर, आशुतोष ने इसी मुद्दे पर दिल्ली की पूर्व सीएम शीला दीक्षित को कटघरे में खड़ा किया. उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय से यदि इस तरह के आदेश आए थे तो उन्होंने (शीला दीक्षित) ने ये आदेश माने क्यों और क्यों इतने सालों तक से सहन किया जाता रहा.
केजरीवाल ने कहा था, शब्दों के बारे में सतर्क रहें
आम आदमी पार्टी के सबसे बड़े नेता और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने आशुतोष द्वारा नजीब जंग को 'कांग्रेस एजेंट' बताए जाने के बारे में पूछे जाने पर इसे खारिज किया. उन्होंने कहा कि पार्टी नेताओं को अपने शब्दों के बारे में सतर्क रहना चाहिए.
केजरीवाल ने कहा, 'मेरा मानना है कि हमें अपने शब्दों के बारे में सतर्क रहना चाहिए. हमारे कुछ पार्टी नेताओं के मन में नाराजगी हो सकती है, लेकिन हमारी नाराजगी की चाहे जो भी तीव्रता हो, हमें अपने शब्दों का ध्यान रखना चाहिए.'