वित्तमंत्री पी. चिदंबरम ने सोमवार को आगामी आम चुनाव में प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी बनाए जाने संबंधी सवालों को खारिज कर दिया. उन्होंने कहा, 'मुझे अपनी सीमाएं मालूम हैं.'
अगले लोकसभा चुनाव के बाद प्रधानमंत्री पद की संभावित दावेदारी पर डीएमके नेता एम. करुणानिधि के समर्थन दिए जाने संबंधी सवाल पर चिदंबरम ने बेहद गंभीर उत्तर दिया. उन्होंने कहा, 'मैं अपनी सीमाएं जानता हूं और मैं अपनी सीमाओं के अनुरूप जीता और व्यवहार करता हूं.'
नकद सब्सिडी मुद्दे को लेकर संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करने के दौरान चिदंबरम ने कहा कि वे इस सवाल का हल्काफुल्का ढंग से उत्तर देने के लिए भी तैयार बैठे हैं. उन्होंने कहा, 'मैं जानता हूं कि आप में से कुछ लोग मुझे मूर्ख समझते हैं, लेकिन मैं उतना मूर्ख नहीं हूं जितना आप समझते हैं.'
एक किताब के विमोचन के मौके पर करुणानिधि ने शनिवार को राजनीति में चिदंबरम के उत्तरोत्तर विकास की चर्चा की थी और पूरे हर्ष के साथ उद्गार व्यक्त किया था, 'धोती पहनने वाला तमिल को प्रधानमंत्री होना चाहिए.' उन्होंने कहा था कि चिदंबरम उनके दिल में बसने वालों में से एक हैं. कुछ और वक्ताओं ने भी चिदंबरम की बड़ी भूमिका की चर्चा की थी.
राजनीतिक गलियारे में इस बात की चर्चा हो रही है कि 2014 के लोकसभा चुनाव में यदि कांग्रेस विजयी होती है और कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी प्रधानमंत्री पद स्वीकार नहीं करते हैं तो उस स्थिति में चिदंबरम संभावित पसंद बन कर उभर सकते हैं.