कथित घृणा भाषण के लिए कई मामलों का सामना कर रहे मजलिस ए इत्तेहादुल मुसलिमीन के विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी को 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेजा गया है. पुलिस ने ओवैसी से रात 1 बजे तक पूछताछ की है. इसके बाद ओवैसी को अदिलाबाद जेल भेज दिया गया है.
हालांकि उनके वकील बलराज ने कहा कि उन्हें शरीर में दर्द है और इससे उनकी जान को भी खतरा हो सकता है. उन्होंने बताया कि वह ठोस भोजन नहीं खा सकते और उन्हें तत्काल उपचार की जरूरत है, जो कि जेल में मिल पाना संभव नहीं है.
इस दलील पर जज ने कहा कि जेल में डॉक्टर होते हैं. जिसके बाद वकील ने संवाददाताओं को बताया कि सीआरपीसी की धारा 54 के तहत उन्होंने याचिका डाली है जिसमें हमने कोर्ट से दरख्वास्त की है कि ओवैसी को चंचलगुडा जेल में शिफ्ट किया जाए, जहां उपचार के बेहतर सुविधाएं हैं. साथ ही हमने ए कैटेगरी की सुविधा की मांग की है. इससे पहले ओवैसी को एक सरकारी अस्पताल में जांच के बाद मंगलवार रात ही गिरफ्तार कर लिया गया था.
चिकित्सा जांच के लिए हैदराबाद के गांधी अस्पताल ले जाए गए ओवैसी को कड़ी सुरक्षा के बीच कारों के काफिले में यहां से 200 किलोमीटर से अधिक दूर आदिलाबाद जिले के निर्मल नगर ले जाया गया.
राज्य के तेलंगाना क्षेत्र स्थित निर्मल नगर जाने वाले मार्ग पर सुरक्षा के कड़े प्रबंध थे.
आंध्र प्रदेश विधानसभा में अपनी पार्टी के नेता सदन 42 वर्षीय ओवैसी को निर्मल नगर की एक अदालत के समक्ष पेश किए जाने की उम्मीद है, जहां उन पर चारमीनार क्षेत्र में भाग्यलक्ष्मी मंदिर के संबंध में कथित भड़काऊ भाषण देने का मामला दर्ज है.