पाकिस्तानी सेना द्वारा युद्धविराम का उल्लंघन करने और भारतीय सीमा में घुसपैठ करके सेना के दो जवानों की नृशंस हत्या के मामले में एक नया खुलासा हुआ है. खुफिया विभाग के मुताबिक इस घटना के करीब एक हफ्ते पहले लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी और मुंबई हमले के मास्टर-माइंड हाफिज सईद ने एलओसी (लाइन ऑफ कंट्रोल) का दौरा किया था.
बताया जा रहा है कि उसने लश्कर की बॉर्डर एक्शन टीम को संबोधित किया था. सईद ने बॉर्डर टीम को फायरिंग करने के लिए उकसाया था. हाफिज सईद का मकसद पाकिस्तान की बॉर्डर एक्शन टीम की गतिविधियों को हवा देना था.
सूत्रों के मुताबिक हाफिज सईद मंडोर हाजरा गांव आया था. ये गांव हमले की जगह यानी मेंढर से 7 किलोमीटर दूर है. मेंढर सेक्टर, जहां भारतीय सैनिकों पर हमला हुआ और शव क्षत-विक्षत कर दिए गए, पूंछ में आता है. 
हाफिज सईद उस खौफ का नाम है, जिसने भारत में 26-11 का आतंकी हमला प्लान किया था. भारत पर हुए सबसे बड़े आतंकी हमले का मास्टर माइंड है लश्कर-ए-तैयबा का चीफ हाफिज सईद. लेकिन पाकिस्तान की जमीन पर ये खुद को धर्मगुरु बताता है. भारतीय एजेंसियों की मोस्ट वांटेड लिस्ट में तो ये शामिल है ही, अमेरिका ने भी इसपर एक करोड़ का इनाम रखा है.