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जाति जनगणना शुरू करने को हरी झंडी

वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी लोकसभा में जाति आधारित जनगणना में बायोमेट्रिक विकल्प को शामिल करने के प्रस्ताव से संबंधित बयान देंगे.

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वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी लोकसभा में जाति आधारित जनगणना में बायोमेट्रिक विकल्प को शामिल करने के प्रस्ताव से संबंधित बयान देंगे. क्योंकि लोकसभा में आज जद यू, सपा, राजद, बसपा और भाजपा सदस्यों के भारी शोर शराबे के कारण सदन की कार्यवाही लगभगभ 10 मिनट बाद दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.

हालांकि जनगणना में जाति को शामिल करने के लिए मंत्रियों के समूह की ओर से हरी झंडी मिलने के साथ कई पार्टियों में इसे लेकर बने मतभेद के कारण महीनों की अनिश्चितता को विराम लग गया है.

जनगणना के बायोमेट्रिक चरण से जाति आधारित गिनती की जाएगी. वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी की अध्यक्षता वाले मंत्रियों के समूह (जीओएम) ने राजनीतिक आम सहमति के लिए तय की गयी समय सीमा के समाप्त होने के बाद कुछ दिनों तक बैठक की थी.

Advertisement

{mospagebreak}उल्लेखनीय है कि जनगणना में बायोमेट्रिक चरण दिसंबर से शुरू होने की संभावना है जिसमें राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) के लिए नागरिकों की फोटोग्राफी, फिंगरप्रिंटिंग और आंखों के आइरिस की मैपिंग करना शामिल है.

एक अप्रैल से शुरू हुई भारत की जनगणना में जाति को शामिल करने के लिए अधिकतर पार्टियों ने समर्थन किया है.

भाजपा पहले ही इसका समर्थन कर चुकी है और समाजवादी पार्टी, राजद तथा जदयू जैसे दलों ने भी जाति को जनगणना में शामिल करने का खुल का समर्थन किया है.

दो दिनों पहले ही सोनिया गांधी की अध्यक्षता वाले कांग्रेस के कोर समूह ने इस मामले को लेकर दल के बीच में व्याप्त मतभेद पर विचार किया था.

कांग्रेस ने मंत्रियों के समूह को औपचारिक रूप से नहीं लिखा था लेकिन प्रणब मुखर्जी ने इस विचार के बारे में अपने बयान से हाल में संकेत दिये थे.
हालांकि पार्टी के रणनीतिकारों ने संकेत दिये थे कि सरकार जाति जनगणना को बायोमेट्रिक चरण से शुरू कर सकती है.

पंद्रह वर्ष से ऊपर की आयु के हर व्यक्ति की फोटोग्राफी और फिंगरप्रिंटिंग बायोमेट्रिक डेटाबेस के लिए की जानी है इसे एक अरब 20 करोड़ की आबादी वाले देश के राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर के लिए आधार बनाया जाएगा.

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