भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और वाम जैसी प्रमुख विपक्षी पार्टियों द्वारा खुदरा क्षेत्र में एफडीआई पर मत विभाजन के प्रावधान वाले नियम के तहत चर्चा कराने की मांग से बने गतिरोध के बीच संसदीय कार्य मंत्री कमलनाथ ने सोमवार को इस मुद्दे पर चर्चा के लिए दोनों ही सदनों के सभी पार्टी नेताओं की बैठक बुलायी है.
माकपा नेता सीताराम येचुरी ने कहा कि संसदीय कार्य मंत्री ने हमें राज्यसभा की कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में सूचित किया कि वह सोमवार को सर्वदलीय बैठक बुलाएंगे.
कमलनाथ ने यह भी कहा कि वह लोकसभा में भी सभी पार्टियों के नेताओं से बात कर उनसे उसी दिन अलग से मिलेंगे. इसके बाद एफडीआई मुद्दे पर अंतिम फैसला किया जाएगा. भाकपा नेता डी राजा ने कहा कि कमलनाथ ने आश्वासन दिया है कि वह सोमवार को सभी दलों के नेताओं से मुलाकात करेंगे.
येचुरी ने हालांकि स्पष्ट किया कि वाम दल अपनी इस स्थिति से जरा भी टस से मस नहीं होंगे कि मल्टी ब्रांड खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के सरकार के फैसले पर उसी नियम के तहत चर्चा होनी चाहिए जिसमें मत विभाजन का प्रावधान होता है.
वाम दलों ने लोकसभा में नियम-184 और राज्यसभा में नियम-168 के तहत नोटिस दिया है. दोनों ही नियमों के तहत चर्चा के बाद मत विभाजन का प्रावधान है.