हिंदी इंटरनेट यूजर्स की बढ़ती संख्या को देखते हुए Google ने वेब पर हिंदी को बढ़ावा देने का फैसला किया है. इसके लिए कंपनी ने हिंदी में वॉइस सर्च ऑप्शन जैसे कई नए कदम उठाए हैं. जबकि इंडियन लैंग्वेज इंटरनेट एलायंस की भी घोषणा की गई है, जो वेब पर हिंदी कंटेंट मुहैया कराएगी. आजतक वेबसाइट हिंदी को बढ़ावा देने की इस मुहिम में गूगल का कंटेंट पार्टनर बना है.
सोमवार को नई दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में गूगल ने इस बाबत घोषनाएं की, जिसमें केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने भी हिस्सा लिया. केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'भारतीय तकनीक को पसंद करते हैं. आज हर किसी के पास फेसबुक अकाउंट है, लेकिन इस ओर और भी बहुत कुछ किया जा सकता है. अगर तकनीक यूजर फ्रेंडली हो तो लाखों-करोड़ों लोग इंटरनेट से जुड़ना चाहेंगे.'
जावड़ेकर ने कहा कि पहले हिंदी और क्षेत्रीय भाषाओं के लिए ऐसा कोई प्लेटफॉर्म नहीं था, लेकिन अब इस एलायंस से लोगों को एक मंच मिलेगा. इस मौके पर गूगल ने एक नई वेबसाइट www.hindiweb.com को भी लॉन्च किया, जिस पर हिंदी में कंटेंट उपलब्ध होगा.
गूगल की नई पहल में क्या-क्या
गूगल ने हिंदी यूजर्स के लिए अब हिंदी में वॉइस सर्च, एक नए हिंदी कीबोर्ड (गूगल हिंदी इनपुट) और इंटरनेट पर कई जगह से हिंदी कंटेंट के लिए एक वेबसाइट www.hindiweb.com का ऐलान किया है.

नए हिंदी कीबोर्ड से यूजर्स को प्रिडिक्टिव टेक्स्ट सपोर्ट का लाभ मिलेगा. यानी अब हिंदी टाइप करते वक्त कीबोर्ड द्वारा शब्द को पूरा करने के सुझाव मिलेंगे. हालांकि एंड्रॉयड वन डिवाइसेज पर यह सुविधा पहले से उपलब्ध है.
गूगल ने एक अन्य साइट http://Google.com/fonts पर हिंदी के कई फॉन्ट उपलब्ध कराए हैं. ये ओपन-सोर्स फॉन्ट सभी डिवाइसेज और सभी प्लेटफॉर्म्स के लिए हैं. गूगल ने कहा कि वह अपनी इस पहल से 2017 तक भारतीय भाषा बोलने वाले 30 करोड़ लोगों को जोड़ना चाहता है.
गूगल में सर्च के सीनियर वॉइस प्रेसिडेंट अमित सिंघल ने कहा, 'गूगल में हमारा मकसद दुनिया की जानकारी हर जगह पहुंचाना है. इसमें भारत के वे करोड़ों लोग भी शामिल हैं, जो पहली बार इंटरनेट का इस्तेमाल करने वाले हैं. इसके लिए गूगल के कई कदमों में से एक हिंदी वॉइस सर्च है, जो भारतीय भाषा के यूजर्स को सशक्त करेगा और विज्ञापन देने वाले भी आर्थिक-सामाजिक संभावनाओं का फायदा उठा सकेंगे.'
गूगल के मुताबिक भारत की 1.2 अरब जनसंख्या में से 16 फीसदी यानी 20 करोड़ लोग इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं. कंपनी का मकसद 2017 तक 30 करोड़ और यूजर्स को जोड़ना है.