गोवा की बीजेपी सरकार एक नए विवाद में फंस गई है. राज्य सरकार ने अफ्रीकी मूल के लोगों के लिए नस्लभेदी शब्द का इस्तेमाल किया है, जिसे लेकर विवाद शुरू हो गया है.
विधानसभा में सरकार की अोर से रखे गए एक कागजात में 'अफ्रीकन नीग्रो' शब्द का इस्तेमाल किया गया. दरअसल, 8 मई को कलंगुटे गांव से एक अफ्रीकी शख्स को गिरफ्तार गिया था. इस शख्स के बारे में बताने के लिए सरकार ने इस नस्लभेदी शब्द का इस्तेमाल किया. चौंकाने वाली बात यह है कि इस कागजात के साथ मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर का लिखित जवाब भी बुधवार को ही सदन में रखा गया था.
गोवा सरकार की इस गलती पर निशाना साधते हुए कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा, 'यह संस्कृति की समझ नहीं होने को दर्शाता है. गोवा सरकार को अपने अधिकारियों को इसके बारे में बताना चाहिए ताकि वह किसी को संबोधित करने या फिर किसी के बारे में बताने के लिए सही शब्द का इस्तेमाल करें.'
गौरतलब है कि 2013 में गोवा के दो विधायकों ने नाइजीरिया मूल को शख्स को राज्य के लिए कैंसर बताया था, साथ ही उन्हें जंगली जानवर कहकर संबोधित किया था.