पाकिस्तान के प्रधानमंत्री युसुफ रजा गिलानी ने सोमवार को ‘भारत और पाक के बीच शत्रुता और अविश्वास की लंबी विरासत’ को खत्म करने को कहा ताकि दोनों देश कश्मीर मुद्दे के शांतिपूर्ण हल की दिशा में मिलकर आगे बढ़ सकें.
गिलानी के मीडिया कार्यालय द्वारा सोमवार को इस्लामाबाद में जारी बयान में कहा गया है, ‘पारस्परिक शत्रुता और अविश्वास की लंबी विरासत को खत्म करने और जम्मू-कश्मीर के लोगों की आकांक्षाओं के अनुरूप कश्मीर मुद्दे के शांतिपूर्ण हल के लिए काम करने की जरूरत है’.
पाक अधिकृत कश्मीर के ‘राष्ट्रपति’ रजा जुल्करनैन खान और ‘प्रधानमंत्री’ रजा मुहम्मद फारूक हैदर के साथ बैठक में उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान अपनी क्षेत्रीय चुनौतियों के बावजूद वार्ता के जरिये कश्मीर मुद्दे के शांतिपूर्ण हल के लिए प्रतिबद्ध है.’ गिलानी ने इस बात की पुष्टि की कि पाकिस्तान कश्मीर के लोगों के उपयुक्त हितों को अपना समर्थन जारी रखेगा.
गिलानी ने कहा कि कश्मीर मुद्दे पर पूरा देश एकजुट है और कश्मीरी भाइयों और बहनों के साथ खड़ा है ताकि उन्हें उनके मौलिक अधिकार मिल सकें. नेताओं ने अधिकृत कश्मीर में विकास गतिविधियों की भी समीक्षा की और गिलानी ने कहा कि चालू परियोजनाओं की निगरानी से इनका समय से पूरा होना सुनिश्चित हो जाएगा. उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं के लिए आवंटित धन को समय से जारी कर दिया जाएगा और इसका दक्षता से इस्तेमाल किया जाएगा ताकि लोगों को अधिकतम राहत मिल सके.
खान और हैदर ने प्रधानमंत्री को कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान के अटल समर्थन के लिए धन्यवाद दिया. गिलानी ने भूकंप पुनर्निर्माण और पुनर्वास प्राधिकरण की बैठक की भी अध्यक्षता की जो 2005 के भूकंप से प्रभावित इलाकों में काम कर रहा है.