गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी गुजरात दंगा मामले में आज उच्चतम न्यायालय की ओर से गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) के सामने पेश हुए. उनसे पहले दौर की पूछताछ खत्म हो गई है. यह पूछताछ करीब साढ़े पांच घंटे तक चली. 59 साल के मोदी दोपहर करीब 12 बजे पुराने सचिवालय भवन में एसआईटी के सामने पेश हुए.
एसआईटी से पूछताछ के बाद मोदी सचिवालय भवन से बाहर निकले और मीडिया से मुखातिब हुए. मोदी ने जानकारी दी कि अभी पूछताछ पूरी तरह से खत्म नहीं हुई है और दोबारा 9 बजे रात को वो फिर पूछताछ के लिए हाजिर होंगे.
नरेंद्र मोदी से गुलबर्ग मामले में पूछताछ चल रही है. जिस मामले में मोदी से पूछताछ हो रही है वो आठ साल पुराना है.
28 फरवरी 2002 को सुबह 9 बजे गुलबर्ग सोसाइटी के बाहर भीड़ इकट्ठा होने लगी थी. नारेबाज़ी शुरु हो गई थी. बताया गया कि कुछ ही देर में भीड़ ने वहां रह रहे लोगों पर हमला करना शुरु कर दिया. कांग्रेस के पूर्व सांसद एहसान जाफरी ने लोगों को बचाने की कोशिश की.
एक चश्मदीद ने दावा किया था कि उस वक्त एहसान जाफरी लगातार नरेंद्र मोदी से फोन कर मदद मांग रहे थे. उसी चश्मदीद का ये भी दावा था कि नरेंद्र मोदी ने उनकी मदद करने से इनकार कर दिया था और उल्टे फोन पर गालियां भी दी थी.
इसके बाद जाफरी ने करीब 200 और लोगों को मदद के लिए फोन किया था जिनमें पुलिस अफसर औऱ प्रशासनिक अधिकारी शामिल थे. पर आरोप है कि पुलिस के बड़े अफसरों ने मदद से इनकार कर दिया था.
इसके बाद उसी दिन दोपहर में भीड़ उनके घर में घुसी और उनके परिवार के सामने उन्हें आग के हवाले कर दिया था.