दिल्ली में गैंगरेप के विरोध में हो रहे प्रदर्शन के दौरान कांस्टेबल सुभाष तोमर की हुई मौत को लेकर नया विवाद खडा हो गया है. सवाल ये है कि तोमर की मौत हुई कैसे. इस मामले को लेकर एक चश्मदीद सामने आया है जो कि तोमर की मौत को लेकर पुलिस के दावे को गलत बता रहा है.
सुभाष तोमर मौत मामले में 8 के खिलाफ हत्या का केस दर्ज
कांस्टेबल सुभाष तोमर की मौत के सिलसिले में पुलिस ने 8 लोगों के खिलाफ हत्या मामला दर्ज किया है. बताया जा रहा है कि जिन लोगों पर केस दर्ज हुआ है उनमें आम आदमी पार्टी के कुछ कार्यकर्ता भी शामिल हैं. पुलिस का दावा है कि इनकी पिटाई से ही सुभाष की मौत हुई. वहीं इस मसले पर पुलिस नए विवाद में घिरती नज़र आ रही है. कांस्टेबल सुभाष तोमर को अस्पताल पहुंचाने वालों में शामिल एक युवक का दावा है कि सुभाष को प्रदर्शनकारियों ने नहीं पीटा था. वो दौड़ते-दौड़ते खुद ही गिर गए थे.
गौरतलब है कि वसंत विहार गैंगरेप मामले पर इतने बवाल के बाद भी राजधानी में महिलाओं के साथ हो रहे अपराध के मामले नहीं थम रहे. सोमवार देर रात भी साउथ दिल्ली के एक मॉल में घूमने आई दो लड़कियों को तीन मनचलों ने छेड़ा. शिकायत मिलते ही पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस के मुताबिक तीनों आरोपी नशे में धुत थे और इनकी कार से शराब की बोतल भी बरामद हुई है. तीनों मेडिकल उपकरण बनाने वाली एक विदेशी कंपनी में एरिया मैनेजर हैं.