अल क़ायदा के जिस संदिग्ध आतंकवादी ने डेल्टा एयरलाइंस के विमान में धमाका करने की कोशिश की, उससे जुड़े कुछ अहम राज़ सामने आ रहे हैं. सूत्रों के हवाले से अमेरिकी मीडिया ने खुलासा किया है कि अब्दुल मुदल्लाद नाम के इस नाइजीरियाई नागरिक को यमन में विस्फोटक मुहैया कराया गया था. यमन में ही अल क़ायदा के इस संदिग्ध आतंकवादी को उसके आकाओं ने हिदायत दी थी कि ब्लास्ट कहां और कब करना है. डेल्टा एयरलाइंस के विमान में मौजूद यात्रियों के मुताबिक, जिस वक्त धमाका हुआ, उस वक्त उन्हें यही महसूस हुआ कि अब ये जहाज़ लैंड नहीं कर पाएगा.
इस मामले की जांच कर रहे अफसर भी मानते हैं कि विमान में सवार 278 यात्रियों की किस्मत अच्छी थी. एफबीआई की टीम अब गिरफ्तार आतंकी से ये पता लगाने में जुटी है कि उसे विस्फोटक किसने मुहैया कराया. जिस विमान में अल कायदा के संदिग्ध आतंकी ने ब्लास्ट करने की कोशिश की, उसे डेट्रॉयट एयरपोर्ट के सुनसान रनवे पर खड़ा किया गया है. सुरक्षा कर्मी और बम निरोधक दस्ते के जवान विमान और उसमें रखे यात्रियों के सामान की जांच में जुटे हैं.
उधर, क्रिसमस के दिन अमेरिका में कोहराम मचाने की आतंकी साजिश से अमेरिका की सरकार भी सन्न रह गई. हवाई में छुट्टियां बिता रहे राष्ट्रपति बराक ओबामा ने होमलैंड सिक्योरिटी और दूसरी खुफिया और सुरक्षा एजेंसियों के अफसरों से बात की. अमेरिका को फिर से दहलाने की साजिश तो विफल हो गई लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने सुरक्षा एजेंसियों को और अधिक सतर्क रहने को कहा है. ओबामा ने खासकर अमेरिका में हवाई यात्रा करनेवाले लोगों को और अधिक सुरक्षा मुहैया कराने की बात कही है. ओबामा की हिदायत के बाद अमेरिका के सभी हवाई अड्डों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. खासकर हवाई यात्रियों की सुरक्षा जांच में काफी सख्ती बरती जा रही है.
अमेरिका की सुरक्षा व्यवस्था में सामने आई इस चूक का असर दुनिया भर पड़ेगा. सवाल यह है कि एयरपोर्ट की सख्त सुरक्षा चौकसी में सेंध लगाकर किसी शख्स का विस्फोटक ले जाना बेहद गंभीर मामला है. नए साल के मौके पर भारत के बड़े शहरों में भी आतंकवादी हमले की आशंका बनी रहती है. जाहिर है एयरपोर्ट, मेट्रो और भीड़भाड़ वाली जगहों पर सुरक्षा इंतजाम चाक चौबंद करने की जरूरत होगी. हेडली और राना की गिरफ्तारी के बाद जिस तरह भारत के खिलाफ साजिश का खुलासा हुआ था उसने भारत की चिंता बढ़ा दी है.