अभी इंडियन मुजाहिद्दीन पर कांग्रेस नेता शकील अहमद के विवादित ट्वीट को लेकर हंगामा थमा भी नहीं है कि कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने एक और विवादित बयान दे डाला है.
दिग्विजय सिंह के मुताबिक, 'बीजेपी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी की रथ यात्रा के बाद देश में आतंकी गतिविधियां बढ़ीं.' उन्होंने यहां तक कह डाला कि इंडियन मुजाहिद्दीन है भी या नहीं इसकी जानकारी उन्हें नहीं है.
हेडलाइंस टुडे से एक्सक्लूसिव बातचीत में उन्होंने कहा, 'आडवाणी की यात्रा के कारण देश में आतंकी गतिविधियां बढ़ीं और राजनीति के सांप्रदायिकरण में भी इस यात्रा की अहम भूमिका रही.'
अपनी ही पार्टी के नेता शकील अहमद के बचाव में दिग्विजय सिंह ने कहा, 'उनके बयान को गलत ढंग से पेश किया गया. मुझे नहीं लगता कि पार्टी उन्हें बयान वापस लेने के लिए कहेगी.'
दिग्विजय सिंह ने कहा, 'मुझे नहीं मालूम है कि इंडियन मुजाहिद्दीन है भी या नहीं. शायद मीडिया को इसकी जानकारी होगी.' गौर करने वाली बात है कि कांग्रेस नीत यूपीए सरकार ने ही आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिद्दीन पर बैन लगाया है.
उन्होंने कहा, 'आतंकवाद को कोई भी सही ठहरा नहीं सकता. सांप्रदायिकता से चाहे कोई भी जुड़ा हो उसकी निंदा होनी चाहिए.'
बीजेपी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि हाल के आतंकी वारदातों से इतना साफ है कि इसमें सिर्फ एक समुदाय के लोगों का हाथ नहीं हैं. पर दुख की बात यही है कि बीजेपी ऐसा दिखानी चाहती है कि आतंकवाद से सिर्फ एक समुदाय जुड़ा है.
क्या था शकील अहमद का विवादित बयान?
शकील अहमद ने सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर अपने पोस्ट में लिखा था, 'एनआईए ने अपने आरोप-पत्र में कहा है कि इंडियन मुजाहिदीन का गठन गुजरात दंगों (2002) के बाद हुआ, लेकिन इसके बावजूद बीजेपी और आरएसएस अपनी सांप्रदायिक राजनीति नहीं छोड़ रही है.' जिसके बाद विवाद खड़ा हो गया. बीजेपी नेताओं ने शकील अहमद के ट्वीट को मूखर्तापूर्ण दलील करार दिया.हालांकि कांग्रेस ने शकील अहमद के इस विवादित बयान से पल्ला झाड़ लिया. पर दिग्विजय सिंह के इस ताजा बयान के बाद एक और विवाद खड़ा होना तय लग रहा है.