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5000 करोड़ लेकर भागे संदेसरा ब्रदर्स के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करेगा ED

ED बैंकों को 5700 करोड़ रुपये से ज्यादा का चूना लगाने वाले स्टर्लिंग बायोटेक के मालिक नितिन और चेतन संदेसरा के खिलाफ अब रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने की तैयारी में है. जांच एजेंसी इनके खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट भी दाखिल करेगी.

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बैंक फ्रॉड का आरोपी नितिन संदेसरा
बैंक फ्रॉड का आरोपी नितिन संदेसरा

गुजरात के वडोदरा के कारोबारी संदेसरा ब्रदर्स के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) जल्द ही रेड कॉर्नर नोटिस जारी करेगा. इससे पहले इनके खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी हो चुका है. ED के सूत्रों के मुताबिक वडोदरा के कारोबारी और बैंकों को 5700 करोड़ रुपये से ज्यादा का चूना लगाने वाले स्टर्लिंग बायोटेक (sterling biotech) के मालिक नितिन और चेतन संदेसरा के खिलाफ अब रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने की तैयारी है.

आजतक को मिली जानकारी के मुताबिक चेतन और नितिन संदेसरा अपने खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी होने से पहले दुबई और नाइजीरिया के अपने लोकेशन को बदल चुके हैं. वहीं, ED ने ट्वीट कर बताया कि स्टर्लिंग बायोटेक के 5700 करोड़ रुपये के बैंक फ्रॉड की जांच की गई, जिसमें पता चला कि यह लोन साल 2004 से 2012 के बीच मंजूर किया गया. चेतन और नितिन संदेसरा समेत अन्य के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर जारी किया जा चुका है. मामले में 4703 करोड़ रुपये की संपत्ति भी अटैच की जा चुकी है. इसके अलावा मामले में गगन धवन समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

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इससे पहले अगस्त महीने में यह जानाकारी मिली थी कि नितिन संदेसरा को ED ने दुबई में गिरफ्तार कर लिया है. हालांकि बाद में यह जानकारी गलत निकली. इसके अतिरिक्त जांच एजेंसी जल्द ही संदेसरा ब्रदर्स के खिलाफ Prevention of Money Laundering ACT (PMLA) के तरह कोर्ट में चार्जशीट दाखिल करेगी.

मामले में चेतन संदेसरा, नितिन संदेसरा, दीप्ति चेतन संदेसरा के साथ ही इनके अकाउंटेंट के खिलाफ भी सीबीआई के जरिए मामला दर्ज किया गया था. इसके दो दिन बाद ED ने PMLA के तहत भी मामला दर्ज किया था. मामले में ED दिल्ली के कारोबारी गगन धवन, आंध्रा बैंक के पूर्व डायरेक्टर अनूप गर्ग और स्टर्लिंग बायोटेक के डायरेक्टर राजभूषण दीक्षित को गिरफ्तार भी कर चुकी है.

आरोप है कि संदेसरा ने आंध्रा बैंक के एक ब्रांच से 5000 करोड़ रुपये का लोन लिया था, जोकि बाद में Non Performing Assets (NPA) में तब्दील कर दिया गया था. FIR के मुताबिक इस ग्रुप की सभी कंपनियों का कुल बकाया 5300 करोड़ रुपये से ज्यादा है. वैसे अब ED जल्द ही इस मामले में इनके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस के साथ ही चार्जशीट भी फाइल करेगी.

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