महाराष्ट्र में हिन्दी भाषियों के साथ हो रहे भेदभावपूर्ण व्यवहार पर चिंता व्यक्त करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने कहा है कि वह भाषायी आधार पर भेदभाव का विरोध करता है.
एक कार्यक्रम के लिए यहां आए आरएसएस के वरिष्ठ नेता राम माधव ने संवाददाताओं द्वारा इस बारे में पूछने पर आज कहा, ‘‘हम भाषायी आधार पर देश में लोगों के साथ भेदभाव का विरोध करते हैं.’’ उनसे महाराष्ट्र में शिवसेना एवं महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना द्वारा हिन्दी भाषी लोगों के साथ किए जा रहे कथित र्दुव्यवहार को लेकर सवाल किया गया था.
माधव ने कहा कि देश में भाषा को लेकर किसी के साथ र्दुव्यवहार करना उचित नहीं है. आरएसएस का मत है कि कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक भारत एक है.
उन्होंने कहा कि भाषा को लेकर हो रहे भेदभाव से निपटने के लिए कड़े कदम उठाए जाने चाहिए और लोगों के नागरिक अधिकारों की रक्षा होना चाहिए.