संतों की धर्म संसद में विवादास्पद प्रस्ताव पास किए गए हैं. छत्तीसगढ़ के कवर्धा में सोमवार को हुई धर्म संसद में संतों ने तय किया कि मंदिरों से साईं की मूर्तियां हटाई जाएंगी. साथ ही एक महीने के अंदर अयोध्या में राम मंदिर बनवाने का प्रस्ताव भी पास किया गया है.
धर्म संसद में संतों ने साईं को भगवान तो दूर, संत या गुरु मानने से भी इनकार कर दिया. धर्म संसद की ओर से प्रस्ताव पास होने के बाद मंदिरों से साईं की मूर्तियां हटाने की प्रक्रिया कब से शुरू होगी, होगी भी या नहीं, यह अभी साफ नहीं है.
इससे पहले धर्म संसद के दौरान शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती और शिरडी के साईं बाबा के अनुयायी एक-दूसरे से भिड़ गए. खबरों के मुताबिक साईं के दो अनुयायी धर्मसंसद के आयोजन स्थल पर पहुंचे. साईं के समर्थक साईं पर होने वाली चर्चा पर अपने विचार रखने आए थे और उन्होंने शंकराचार्य को लेकर सवाल किए. इस पर शंकराचार्य के अनुयायी भड़क गए..
Kawardha,Chhatisgarh: Scuffle betwn devotees of Sai Baba & followers of Shankaracharya Swaroopanand at 'Dharm Sansad' pic.twitter.com/kM7lI2k1Ps
— ANI (@ANI_news) August 25, 2014
बताया जाता है कि धर्म संसद में गुजरात और दिल्ली से आए साईं भक्त के साथ अखाड़ा प्रमुख ने बदसलूकी की. अखाड़ा प्रमुखों ने साईं भक्तों से धक्का-मुक्की करते हुए उन्हें मंच से उतार दिया.