पिछले साल 16 दिसंबर को राजधानी दिल्ली में चलती बस में दरिंदगी की शिकार लड़की के परिजनों ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से इस मामले के नाबालिग आरोपी को फांसी की सजा दिलवाने के लिये अपनी शक्तियों के इस्तेमाल का आग्रह किया है.
लड़की के भाई ने कहा है कि उनके परिवार के लोग अपनी बेटी के साथ सबसे ज्यादा दरिंदगी करने वाले उस नाबालिग घोषित आरोपी को फांसी दिलाने के लिये राष्ट्रपति से हस्तक्षेप चाहते हैं. उन्होंने बताया कि वह शुक्रवार को दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में अपनी बहन को मरणोपरान्त रानी लक्ष्मीबाई अवार्ड से सम्मानित किये जाने के मौके पर ही वह राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को परिवार की इस ख्वाहिश से अगवत कराना चाहते थे लेकिन कामयाब नहीं हो सके.
पीड़िता के भाई ने कहा कि उनकी बहन के साथ दरिंदगी करने वाला नाबालिग आरोपी अपनी कम उम्र के कारण कानून की किसी नरमी का फायदा उठाने का हकदार नहीं है और राष्ट्रपति को कानून तोड़ने वालों को कठोर संदेश देने के लिए इस मामले को अपवाद मानना चाहिए.
उन्होंने बलात्कार की वारदात में बढ़ोत्तरी को पश्चिमी सभ्यता से ओतप्रोत सोच का नतीजा करार देने के वरिष्ठ बीजेपी नेता मुरली मनोहर जोशी के बयान को बकवास करार दिया.
लड़की के भाई ने दिल्ली बलात्कार कांड के अभियुक्तों को सुधरने का मौका देने के अभिनेता राहुल बोस के बयान पर भी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि अगर राहुल के घर में किसी बच्ची के साथ वैसी वहशियाना हरकत होती तो उन्हें उस पीड़ा का अंदाजा होता जो इस वक्त हमारा परिवार सहन कर रहा है.
गौरतलब है कि पिछले साल 16 दिसम्बर की रात दिल्ली में एक चलती बस में बलिया की मूल निवासी 23 वर्षीय पैरामेडिकल की छात्रा से छह लोगों ने सामूहिक बलात्कार किया था.
कई दिन तक जिंदगी के लिये जूझने के बाद सिंगापुर के अस्पताल में उसकी मृत्यु हो गयी थी. इस घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया था और देश में बलात्कार जैसे घिनौने अपराध के खिलाफ सख्त कानून की पहल हुई थी.