लश्कर ए तैयबा के आतंकवादी और मुम्बई हमले की साजिश रचने के आरोपी डेविड कोलमैन हेडली अपनी गिरफ्तारी के पांच महीने बाद कल अपना अपराध कबूल करेगा.
अदालत के नोटिस के अनुसार कल अमेरिकी जिला न्यायाधीश हैरी लीनेनवेबर की अदालत में हेडली के बयान बदलने संबंधी सुनवाई होगी. हालांकि मामले की नियमिति सुनवाई 23 मार्च को होगी.
हेडली के वकील जॉन थीस ने कहा, ‘‘हां, वह (हेडली) कल अपना अपराध कबूल लेगा. ’’ हालांकि थीस ने यह बताने से इनकार किया कर दिया कि वह सभी 12 आरोपों में अपना अपराध कबूलेगा या कुछ आरोपों में.
49 वर्षीय हेडली पर आरोप है कि वह मुम्बई हमले की साजिश रचने वालों में शामिल था और उसने पैगम्बर मोहम्मद का कार्टून प्रकाशित करने वाले डेनमार्क के एक अखबार पर भी हमले की योजना बनाई थी.
पाकिस्तानी राजनयिक और फिलाडेल्फिया के सोशलाइट के बेटे हेडली ने अब तक अपना कोई भी अपराध नहीं कबूला है और वह पिछले छह महीने से हिरासत में है. उसे अमेरिका के एफबीआई ने अक्टूबर, 2009 में गिरफ्तार किया था.
थीस ने कहा, ‘‘बयान बदलने के संबंध में हमने सरकार के साथ बातचीत की है. हम इस पर काम कर रहे हैं और हमें कोई आग्रह संबंधी समझौता होने की उम्मीद है.’’ हेडली के दोषी साबित होने पर उसे उम्रकैद या मौत की सजा मिल सकती है. बताया जा रहा है कि जांच में हेडली इस ख्याल से सहयोग कर रहा है कि वह मौत की सजा से बच जाए.
शिकागो अमेरिकी अटार्नी पैट्रिक जे फित्जगेराल्ड के प्रवक्ता रांडल सैम्बर्न ने हालांकि हेडली को कल अदालत में पेश किये जाने की पुष्टि तो की लेकिन इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया कि वह किन आरोपों में अपना अपराध कबूलेगा.
हेडली पर 12 आरोपों में छह आरोप भारत में सार्वजनिक स्थान पर बम विस्फोट करने, भारत और डेनमार्क में लोगों की हत्या करने और विकलांग बनाने, विदेशी आतंकवादी साजिशों में साजो समान उपलब्ध कराने, लश्कर को साजो समान उपलब्ध कराने आदि की साजिश से संबद्ध है जबकि छह भारत में अमेरिकी नागरिकों की हत्या में सहयोग करने से संबंधित है.
एफबीआई ने हेडली के दोस्त तहाव्वुर हुसैन राणा को भी मुम्बई हमले में साजो समान उपलब्ध कराने और लश्कर की मदद के लिए गिरफ्तार किया है. हालांकि राणा ने आरोपों से इनकार करते हुए कहा है कि वह हेडली के जाल में फंस गया. वह पिछले साल अक्टूबर से हिरासत में है. उसके मामले की सुनवाई 29 मार्च को होनी है.
हेडली के बारे में कहा जाता है कि उसने 2002 और 2003 में लश्कर के आतंकवादी प्रशिक्षण शिविरों में भाग लिया था तथा राणा, इलियास कश्मीरी एवं अब्दुर रहमान समेत लश्कर के सदस्यों और अन्य लोगों के साथ मिलकर मुम्बई हमले की साजिश रची थी और उसे अंजाम तक पहुंचाया था. उसने मुम्बई हमले से पहले सितंबर, 2006 और जुलाई 2008 में मुम्बई में ठिकानों की टोह ली और पाकिस्तान जाकर इस संबंध में बनाए गए वीडियो को लश्कर के अन्य सदस्यों के साथ साझा किया.