scorecardresearch
 

कर्नाटक में ‘ऑपरेशन लोटस’ से खतरे में कांग्रेस-जेडीएस सरकार, BJP पर लगे ये आरोप

कर्नाटक सरकार में मंत्री और कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार ने आरोप लगाया कि उनकी और जेडीएस की गठबंधन वाली सरकार को ऑपरेशन लोटस के जरिए बीजेपी गिराने की कोशिश कर रही है.

Advertisement
X
कर्नाटक सरकार में मंत्री और कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार (फाइल फोटो-PTI)
कर्नाटक सरकार में मंत्री और कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार (फाइल फोटो-PTI)

कर्नाटक में एक बार फिर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं. कर्नाटक सरकार में मंत्री और कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार ने भारतीय जनता पार्टी पर उनकी और जेडीएस की गठबंधन वाली सरकार को गिराने की कोशिश करने का आरोप लगाया. सोमवार को कर्नाटक के डिप्टी सीएम और कांग्रेस नेता जी. परमेस्वर ने डीके शिवकुमार, दिनेश गुंडू राव और पूर्व सीएम सिद्धारमैया सहित कांग्रेस नेताओं के साथ बैठक की.

इस बैठक से पहले शिवकुमार ने कहा कि भाजपा ‘ऑपरेशन लोटस’ पर काम कर रही है. इसके तहत हमारे तीन विधायक मुंबई के एक होटल में ठहरे हुए हैं और उनके साथ खरीद-फरोख्त की जा रही है. उन्होंने कहा कि हमारे विधायक भाजपा के कुछ विधायकों और नेताओं के साथ मुंबई के एक होटल में हैं. वहां क्या कुछ हुआ है और उन्हें कितनी रकम की पेशकश की गई है, उससे हम अवगत हैं.

Advertisement

कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी को कांग्रेस नेता शिवकुमार ने आड़े हाथों लेते हुए कहा कि हमारे मुख्यमंत्री भाजपा के प्रति कुछ उदार हैं. सभी विधायक मुख्यमंत्री को भाजपा की साजिश से अवगत करवा चुके हैं, लेकिन मुख्यमंत्री इंतजार करो और देखो की नीति अपना रहे हैं. यदि मैं उनकी जगह होता तो इसका 24 घंटे के अंदर खुलासा कर देता. हालांकि उन्होंने यह भी भरोसा जताया कि भाजपा की सरकार गिराने की कोशिश कभी सफल नहीं होगी.

मैं मामला संभाल सकता हूं: कुमारस्वामी

वहीं, मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि तीनों कांग्रेस विधायक लगातार मेरे संपर्क में हैं. वे मुझे सूचित करने के बाद मुंबई चले गए. मेरी सरकार किसी भी खतरे में नहीं है. मुझे पता है कि सभी विधायकों से बीजेपीसंपर्क करने की कोशिश कर रहा है और वे क्या पेशकश कर रहे हैं. मैं इसे संभाल सकता हूं.

बता दें, 224 सदस्यों वाली कर्नाटक विधानसभा में कांग्रेस-जेडीएस के कुल 116 और बीजेपी के 104 सदस्य हैं. दो निर्दलीय और एक बहुजन समाज पार्टी विधायक भी सत्ताधारी पक्ष के साथ हैं, जिससे गठबंधन का आंकड़ा 119 पहुंच जाता है. हालांकि, कैबिनेट से निकाले जाने के बाद दो विधायक सत्तापक्ष से नाराज बताए जा रहे हैं.

Advertisement
Advertisement