scorecardresearch
 

AIIMS के डॉयरेक्टर बोले- खतरनाक स्टेज में न पहुंचे कोरोना, इसलिए वर्चुअल लॉक डॉउन की जरूरत

एम्स के डॉयरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि भारत में कोरोना वायरस दूसरे स्टेज में है और खतरा बना है कि हम कहीं तीसरे स्टेज में न पहुंच जाएं. हमें इस वक्त बेहद सतर्क रहना है. वर्चुअल लॉक डॉउन की जरूरत है.

Advertisement
X
देशभर में 128 केस सामने आए हैं (फाइल फोटो-PTI)
देशभर में 128 केस सामने आए हैं (फाइल फोटो-PTI)

  • कोरोना से देशभर में 3 लोगों की मौत
  • लोगों को सतर्क रहने की सलाह
  • खाना स्टोर करने की जरूरत नहीं

देश के 15 राज्यों तक कोरोना वायरस फैल चुका है और 128 केस सामने आ चुके हैं. कोरोना की चपेट में आने से अब तक 3 लोगों की मौत हो गई है. भारत में कोरोना वायरस दूसरे स्टेज में है और खतरा बना है कि हम कहीं तीसरे स्टेज में न पहुंच जाएं. एम्स के डॉयरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया का कहना है कि हमें इस वक्त बेहद सतर्क रहना है. वर्चुअल लॉक डॉउन की जरूरत है.

एम्स के डॉयरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि अभी हम दूसरे स्टेज में है, यहां पर या तो जो लोग बाहर से आए हैं, उनमें इंफेक्शन है या फिर उनके क्लोज कांटेक्ट को इंफेक्शन है. हमें इस वक्त बेहद सतर्क रहना है कि हम स्टेज तीन में ना पहुंचे, जहां कम्युनिटी स्प्रेड हो जाता है और केस एकदम से बहुत ज्यादा बढ़ जाते हैं.

Advertisement

मुंबई में विदेश से आने वाले मुसाफिरों पर नजर, हाथ पर लगेगा ठप्पा

चौथा स्टेज काफी खतरनाक

कोरोना वायरस के खतरनाक स्टेज के बारे में बताते हुए डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि इससे अगला स्टेज पांडेमिक स्टेज होता है, जहां पर हम इसे रोक नहीं पाते, बस जितना कंट्रोल कर पाते हैं, वह करते हैं. अगर लोग इस वक्त सतर्क नहीं रहेंगे तो स्टेज 3 में जाने का बहुत ज्यादा खतरा है.

सुपर स्प्रेडर्स से बचने की जरूरत

आइसोलेशन से लोगों के भागने पर डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि जो लोग स्क्रीनिंग से या क्वारंटाइन से भाग रहे हैं, वह बहुत डेंजरस है. हमें 'सुपर स्प्रेडर्स' से बचने की जरूरत है. यह वह लोग होते हैं, जिनमें यह क्षमता होती है कि यह बीमारी कई सारे लोगों को दे सके और जब यह किसी पब्लिक प्लेस में जाते हैं तो यह सभी को रिस्क पर डाल देते हैं.

डॉक्टर ने दी ये सलाह

डॉ. रणदीप गुलेरिया ने सलाह देते हुए कहा कि आगे आने वाले दो हफ्तों में यह प्रिकॉशंस लोगों को लेने चाहिए. जिनको सर्दी- जुखाम- बुखार- खांसी है वह घर पर रहें. लोगों से 1 मीटर का फासला रखें. अपने हाथ लगातार धोते रहें. लोगों की यह जिम्मेदारी है कि वह भीड़भाड़ वाली जगहों पर ना जाएं. सिर्फ जरूरी ट्रैवल ही करें.

Advertisement

महाराष्ट्र में क्यों बढ़ रहे हैं केस?

महाराष्ट्र में केस बढ़ने के सवाल पर डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि महाराष्ट्र में इस बीमारी का ज्यादा बढ़ने का खतरा है, वहां पर लोग ज्यादा है और जहां पर लोग ट्रेवल करके बाहर से आ रहे हैं. नॉर्थ ईस्ट में अभी कोई केसेस नहीं देखने को मिले हैं. मेरी राय यह है कि अगर आपको करोना वायरस के कोई सिम्टम्स नहीं है पर आप बाहर से आए हैं, तो भी आपको अपने आपको 14 दिन तक घर में रखना चाहिए.

खाना स्टोर करने की जरूरत नहीं

डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि अगर आप को बुखार खांसी है लेकिन आप किसी कोरोना वायरस मरीज से नहीं मिले हैं या फिर अब बाहर से नहीं आए हैं तो आपको अस्पताल भागने की जरूरत नहीं है. आप अपना नॉर्मल ट्रीटमेंट लीजिए, ज्यादा तकलीफ होती है, तो डॉक्टर से मिलिए. खाना स्टोर करने की कोई जरूरत नहीं है, इससे सिर्फ पैनिक क्रिएट होता है.

Advertisement
Advertisement