गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका और कनाडा में बसे भारतीयों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बात की तो केंद्र सरकार को जमकर लताड़ा. भ्रष्टाचार हो या सरबजीत सिंह की हत्या का मुद्दा या फिर चीनी घुसपैठ का मसला उन्होंने हर मुद्दे पर केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया.
इन तल्ख टिप्पणियों के बाद मोदी एक बार फिर कांग्रेस के निशाने पर आ गए. कांग्रेस नेता राशिद मसूद ने उन्हें गंभीरता से न लेने की बात कही. साथ ही मोदी को अपने भ्रष्टाचारों पर ध्यान देने की नसीहत दे डाली. सत्यव्रत चतुर्वेदी ने कहा है कि मोदी से केवल आलोचना की ही अपेक्षा की जा सकती है.
कांग्रेस ने नेता राशिद मसूद ने कहा, 'मैं नरेंद्र मोदी को गंभीरता से नहीं लेता.' उन्होंने कहा कि मोदी को गुजरात के भ्रष्टाचार पर ध्यान देना चाहिए. लोकायुक्त ने राज्य में करोड़ों के भ्रष्टाचार का खुलासा किया है. मोदी के विकास के दावों को खारिज करते हुए उन्होंने कहा, 'अगर गुजरात का विकास रोल मॉडल है तो राज्य में इतने लोग कुपोषण का शिकार क्यों हैं?'
वहीं कांग्रेस के नेता सत्यव्रत चतुर्वेदी ने कहा है कि नरेंद्र मोदी से केवल आलोचना की ही अपेक्षा की जा सकती है. उन्होंने कहा, 'यदि मोदी लोगों के चहेते हैं तो फिर गुजरात में इच्छानुसार सीटें उन्हें क्यों नहीं मिलीं, और वे कर्नाटक में करिश्मा क्यों नहीं दिखा पाए?'
जब बात मोदी पर निशाना साधने की हो तो समाजवादी पार्टी कैसे पीछे रहती. पार्टी के नेता रामआसरे कुशवाहा ने कहा, 'मोदीजी महत्वाकांक्षी हैं. मेरा मानना है कि मोदी किसी अंतरराष्ट्रीय पद के लिए भी दावेदारी कर सकते हैं. हम सबने देखा है कि उनका जादू कर्नाटक में नहीं चला.'
निशाना साधने का मौका सीपीआई भी नहीं चूकी. पार्टी के वरिष्ठ नेता डी राजा ने मोदी को विदेशी जमीन पर केंद्र सरकार के खिलाफ टिप्पणी न करने की नसीहत दे डाली. उन्होंने कहा, 'हम सबको केंद्र सरकार से समस्या है पर मोदी को अंतरराष्ट्रीय मंच पर केंद्र सरकार के खिलाफ टिप्पणी नहीं करनी चाहिए.'
मोदी के दावों को खारिज करते हुए उन्होंने कहा, 'मोदी किस विकास की बात कर रहे हैं. गुजरात में अल्पसंख्यक और गांव में रहने वाले लोगों की हालत बदतर है. मोदी ने आज तक 2002 गुजरात दंगों की जिम्मेदारी नहीं ली है.'
गौरतलब है कि गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार की सुबह अमेरिका और कनाडा में बसे भारतीयों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बात की. मोदी ने केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि भष्ट्राचार का ऐसा रूप शायद ही किसी देश को देखने मिले. उन्होंने इस दौरान सरबजीत सिंह, चीन के भारत में घुसपैठ करने और अपने विकास मॉडल पर चर्चा की.