कांग्रेस के ‘गरीबी हटाओ’ अभियान पर प्रधानमंत्री मोदी की टिप्पणी पर पलटवार करते हुए पूर्व वित्त मंत्री पी चिदम्बरम ने संप्रग सरकार के दौरान खोले गये 24 करोड़ बैंक खातों की बात को स्वीकार नहीं करने के लिए पीएम मोदी पर निशाना साधा. कांग्रेस ने उन पर ‘गलत प्रचार’ करने का भी आरोप लगाया.
चिदम्बरम ने ट्विटर पर लिखा, ‘वाराणसी में, प्रधानमंत्री एक बार फिर संप्रग सरकार के दौरान 24 करोड़ नो फ्रिल बैंक खाते खोले जाने की बात को स्वीकार करने में विफल रहे, जो जनधन योजना का प्रणेता था.’
पार्टी महासचिव शकील अहमद ने कांग्रेस ब्रीफिंग के दौरान प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि मोदी और उनकी सरकार ने बस इतना किया है कि योजना का नाम बदला है और संप्रग सरकार के दौरान शुरू की गई ‘स्वाभिमान’ योजना को ‘जनधन’ योजना के रूप में आगे बढाया है.
अहमद ने आरोप लगाया कि मोदी संप्रग सरकार के दौरान शुरू की गई योजनाओं का नाम बदलने के मामले में माहिर हो गये हैं. उन्होंने कहा कि नौ महीने बाद वाराणसी की यात्रा करने के लिए अपनी असफलताओं का हिसाब देने की बजाय उन्होंने ‘गलत प्रचार’ किया.
अहमद ने कहा, ‘भारत की जनता को बुद्धू बनाने की बजाय उन्हें इस बात का जवाब देना चाहिए कि स्वच्छ भारत अभियान असफल क्यों हो रहा है... मराठवाड़ा के किसान क्यों मर रहे हैं... स्नातकोत्तर और डाक्टरेट चपरासी की नौकरी के लिए आवेदन क्यों कर रहे हैं... बहुचर्चित ‘पर ड्राप, पर क्राप’ और एक वर्ष में दो करोड़ नौकरियों के प्रधानमंत्री के दावों का क्या हुआ.
कांग्रेस का यह जवाबी हमला प्रधानमंत्री द्वारा आज वाराणसी की अपनी यात्रा के दौरान कांग्रेस के गरीबी हटाओ आंदोलन का मखौल उड़ाए जाने के बाद आया है, जिसमें मोदी ने आरोप लगाया कि वह लोग जो अपने पांच दशक के शासन में गरीबों की जिंदगियों में कोई वास्तविक बदलाव नहीं ला पाए और यहां तक कि उनके खाते तक नहीं खोल पाए अब उनकी सरकार पर सवाल उठा रहे हैं.
इनपुट: PTI