कोलगेट पर स्टेटस रिपोर्ट शेयर करने के मामले में सीबीआई ने अपना हलफनामा सुप्रीम कोर्ट को सौंप दिया है लेकिन सीबीआई के हलफनामे पर बड़े सवाल उठ खड़े हुए हैं.
अपने हलफनामे में सीबीआई ने माना है कि कानून मंत्री और पीएमओ के अधिकारियों को स्टेटस रिपोर्ट दिखाई गई थी. सीबीआई के मुताबिक कानून मंत्री ने रिपोर्ट देखने की इच्छा जताई थी.
प्रशांत भूषण ने सीबीआई के इस हलफ़नामे पर सवाल खड़े कर दिए हैं. उन्होंने आरोप लगाया है कि सीबीआई ने हलफ़नामे में अधूरी जानकारी दी है. प्रशांत भूषण के मुताबिक सीबीआई का हलफनामा बताता कम है और छुपाता ज़्यादा है.
उन्होंने कहा कि सीबीआई ने ये तो बताया कि रिपोर्ट किन लोगों ने देखी लेकिन ये नहीं बताया कि वे लोग रिपोर्ट में क्या बदलाव चाहते थे, बदलाव किए गए या नहीं. प्रशांत भूषण ने सवाल उठाया कि ऐसे में सीबीआई को एक स्वतंत्र जांच एजेंसी कैसे कहा जा सकता है.