प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सोहराबुद्दीन शेख फर्जी मुठभेड़ मामले में सरकार द्वारा सीबीआई के दुरुपयोग के भाजपा के आरोप को नकारते हुए आशा जताई है कि संसद का काम सुचारू तौर पर चलेगा और उसमें राष्ट्रीय महत्व के मुद्दों पर बहस होगी.
प्रधानमंत्री ने कहा ‘‘इस बात (भाजपा के आरोप) में कोई सच्चाई नहीं है. विपक्ष इसे अच्छी तरह जानता है. सोहराबुद्दीन मामले की जांच उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर की जा रही है. केंद्र सरकार की इसमें कोई भूमिका नहीं है.’’
मानसून सत्र के पहले दिन संसद में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘केंद्र ने जांच प्रक्रिया को किसी भी तरह से प्रभावित करने की कोई कोशिश नहीं की. मैं यह फिर से कह रहा हूं.’’ प्रधानमंत्री ने आशा जताई कि संसद का सत्र शांतिपूर्ण और रचनात्मक होगा.
गुजरात के पूर्व मंत्री अमित शाह की रविवार को सोहराबुद्दीन मामले में गिरफ्तारी के बाद भाजपा ने आरोप लगाया था कि सीबीआई भाजपा शासित गुजरात और मध्यप्रदेश को निशाना बनाते हुए पक्षपाती तरीके से काम कर रही है, जबकि फर्जी मुठभेड़ कांड में उसने आंध्रप्रदेश को पूरी तरह छोड़ दिया है क्योंकि वहां कांग्रेस सत्ता में है.{mospagebreak}भाजपा प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने कहा था ‘‘अमित शाह ने पहले ही इस्तीफा दे दिया है और वह कानून के हिसाब से चलेंगे, लेकिन सीबीआई के दुरुपयोग का भाजपा का आरोप भी अपनी जगह है.’’
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा, ‘‘हमें आशा है कि संसद का यह सत्र शांतिपूर्ण और रचनात्मक रहेगा. संसद को राष्ट्रीय महत्व के कई मुद्दों पर बहस करने का मौका मिलेगा. सरकार हर उस मुद्दे पर बहस करने के लिए तैयार है, जिसकी विपक्ष मांग कर सकता है.’’
उन्होंने कहा ‘‘हम चाहते हैं कि संसद सुचारू रूप से चले. यही भारत के लोगों की भी अपेक्षा है.’’ प्रधानमंत्री के मुताबिक ‘‘हमारे पास कई अहम विधेयक हैं, जो सामने आएंगे और संसद विधेयकों के लिए उचित मंच है और मुझे लगता है कि इन विधेयकों पर पूरी संसद के मतों का, विपक्ष के सदस्यों समेत, स्वागत किया जाएगा.’’