यूपीए सरकार की एक और बड़ी फजीहत होने के आसार नजर आ रहे हैं. एक अंग्रेजी अखबार के हवाले से खबर आई है कि सीबीआई निदेशक रंजीत कुमार सिन्हा ने सरकार के दबाव में झुकने से इनकार कर दिया है.
सरकार चाहती थी कि रंजीत कुमार 26 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दें कि कानून मंत्री अश्विनी कुमार ने कोयला घोटाले में दायर जांच रिपोर्ट में कोई बदलाव नहीं करवाया है. सीबीआई निदेशक ने ऐसा करने से इनकार कर दिया है.
अंग्रेजी अखबार में सूत्रों के हवाले से ये खबर भी छपी है कि सरकार चाहती थी कि सुप्रीम कोर्ट के सामने रंजीत कुमार इस बात से भी इनकार कर दें कि कोयला घोटाले की स्टेटस रिपोर्ट पर चर्चा के लिए कानून मंत्री ने उन्हें बुलाया था. लेकिन सीबीआई निदेशक ने तय कर लिया है कि वो झूठा एफिडेविट सुप्रीम कोर्ट को नहीं देंगे.
दरअसल 12 मार्च को एटॉर्नी जनरल ने सुप्रीम कोर्ट को बताया गया था कि सीबीआई ने अपनी स्टेटस रिपोर्ट सरकार से साझा नहीं की है, ये पूरी तरह गोपनीय है. हालांकि सरकार की ओर से दिलाए गए भरोसे के बाद भी सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई निदेशक से कहा था कि वो अपनी ओर से एक हलफनामा दायर करें कि उन्होंने खुद ये रिपोर्ट तैयार की है और इसे सरकार से साझा नहीं किया है और आगे भी नहीं करेंगे. सूत्रों से खबर आई है कि सीबीआई निदेशक अदालत के सामने झूठ नहीं बोलना चाहते.