मॉनसून सत्र से पहले वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रणव मुखर्जी ने कुछ विपक्षी नेताओं के साथ बातचीत की. इस दौरान जिन मुद्दों पर चर्चा की गई उनमें जनगणना में जाति का मुद्दा भी शामिल था.
सूत्रों ने कहा कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी 26 जुलाई से शुरू हो रहे सत्र के पहले हफ्ते में नेताओं के साथ मुलाकात कर सकते हैं जिसके बाद मुखर्जी फिर उनसे विस्तृत चर्चा करेंगे ताकि महीने भर चलने वाले सत्र को सुचारू रूप से चलाया जा सके.
बातचीत के दौरान आज समझा जाता है कि जद (यू) के प्रमुख शरद यादव ने मुखर्जी के समक्ष जनगणना में जाति को सम्मिलित करने का मुद्दा उठाया और जानना चाहा कि इस मुद्दे पर सभी पार्टियों के विचार जानने के लिए उन्होंने जो चिट्ठियां लिखीं उसके पीछे तर्क क्या है.
समझा जाता है कि मुखर्जी ने यादव से कहा कि उनका उद्देश्य इस मुद्दे पर सर्वसम्मति बनानी थी और सरकार जनगणना में जाति को शामिल करने के पक्ष में है. यादव ने पिछले हफ्ते मुखर्जी को पत्र लिखकर आरोप लगाया कि यह सरकार की ओर से ‘‘देरी लगाने की युक्ति’’ है.
दोनों नेताओं ने कश्मीर में उथल..पुथल, नेपाल में राजनीतिक संकट और भारत..पाक संबंधों पर भी चर्चा की.