विश्व हिंदू परिषद के नेता अशोक सिंघल ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को भारत बुलाए जाने को महज औपचारिकता करार दिया है. नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह के लिए नवाज शरीफ को भी निमंत्रण भेजा गया और उन्होंने बुलावा स्वीकार भी कर लिया है.
अशोक सिंघल ने कहा, 'हमने अपने पड़ोसियों के साथ दूरियां बढ़ाई हैं. हमने पड़ोसियों के साथ वैसे संबंध नहीं रखे जैसे होने चाहिए थे. नवाज को बुलाना पड़ोसी धर्म का पालन है. देश का नेतृत्व अब सक्षम है. अभी पड़ोसी होने से बुलाया है, सीरियल ब्लास्ट हुए तो वैसा ही जवाब भी देंगे. और अगर हमें निमंत्रण आ जाएगा तो जाएंगे...'
संविधान के तहत पूरी होंगी हिंदुओं की मांगे
उन्होंने कहा संविधान के तहत जो मांगे हिंदू समाज की रही हैं वो इस सरकार से पूरी हो सकती है. अब ये सरकार गंगा सहित सभी पवित्र नदियों की महिमा बढ़ाएगी, गाय की रक्षा होगी, जैविक खेती को बढ़ावा मिलेगा, गौहत्या पर पाबंदी लगेगी. संविधान के तहत ये सारे काम हो सकते हैं. लाखों मंदिर सरकार ने डाकुओं की तरह अधिग्रहित कर लिए. मंदिरों की अरबों की संपत्ति हड़प ली.
बढ़ गया है विकृत सेकुलरिज्म का प्रभाव
अशोक सिंघल ने कहा, 'विकृत सेकुलरिज्म का प्रभाव आजकल बढ़ गया है. ऐसे लोग हिंदू होने को हीन मानते हैं. लेकिन अब चुनाव में हिंदू स्वाभिमानी शक्तियों को बहुमत मिला है. सरदार पटेल के विचारों वाले सेकुलरिज्म की जीत हुई है. पृथ्वीराज चौहान के बाद अब हिंदू समाज में जागरण आया है.'