कैफे कॉफी डे (CCD) के संस्थापक वी. जी. सिद्धार्थ का शव नेत्रावती नदी से बरामद कर लिया गया है. करीब 36 घंटे पहले वह लापता हो गए थे जिसके बाद बुधवार सुबह पुलिस ने उनके शव को बरामद किया है. उनके इस कदम के पीछे की मुख्य वजह कर्ज बताया जा रहा है. इसी बीच इस तरह उनकी आत्महत्या पर कई तरह के सवाल भी खड़े होने लगे हैं. कांग्रेस नेता संजय निरूपम, कार्ति चिदंबरम समेत कई अन्य नेताओं ने ट्वीट कर सवाल किया.
संजय निरूपम ने बुधवार को ट्वीट किया कि 1700 CCD आउटलेट के मालिक सिद्धार्थ का शव एक नदी के किनारे मिलता है. इस मौत का जिम्मेदार कौन होना चाहिए? मोदी सरकार? आयकर विभाग के अधिकारी? या फिर प्राइवेट पार्टनर? संजय निरूपम ने मांग की है कि उनकी मौत की जांच होनी चाहिए, सभी कारोबारी चोर नहीं होते हैं.
RIP VG Siddhartha
Body of owner of over 1700 CCD outlets Siddhartha is found on the bank of the river in which he jumped into.
Who should take the blame of his death ?
Modi Govt? IT officials ? Or Private Equity partners?
A thorough probe is needed.
All businessmen are not chor. pic.twitter.com/PEbW8pbEmx
— Sanjay Nirupam (@sanjaynirupam) July 31, 2019
ना सिर्फ संजय निरूपम बल्कि कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने भी ट्वीट कर कई तरह के सवाल खड़े किए. उन्होंने लिखा कि मार्केट/सप्लायर/ग्राहक/इन्वेस्टर से डील करने की बात तो छोड़िए, कारोबार के दौरान सबसे ज्यादा ज्यादती शासन के द्वारा की जाती है. IT, ED, CBI जैसी एजेंसियां ईज़ ऑफ बिजनेस का सबसे बड़ा रोड़ा हैं.
कर्नाटक कांग्रेस की तरफ से भी ट्वीट कर लिखा गया है कि वीजी सिद्धार्थ का मामला काफी संगीन है. आयकर विभाग की तरफ से जो लगातार उत्पीड़न किया जा रहा था ये उसी का नतीजा है. टैक्स का टेरर अर्थव्यवस्था को कमजोर करने में जुटा हुआ है. कर्नाटक कांग्रेस की तरफ से कहा गया कि UPA सरकार के दौरान जो कंपनियां फल-फूल रही थीं, आज उसके कर्मचारी नौकरी गंवा रहे हैं.
#VGSiddhartha case is very unfortunate.
Result of harassment by IT officials & decline of India’s entrepreneurial position turning virulent by the day, with Tax Terror & collapse of economy
AdvertisementCompanies which flourished under UPA have been shut down with many people being jobless pic.twitter.com/rbwUymoM3B
— Karnataka Congress (@INCKarnataka) July 31, 2019
गौरतलब है कि वीजी. सिद्धार्थ भारी कर्ज में थे, जिसकी वजह से वह काफी परेशान थे. इसी साल जनवरी, 2019 में आयकर विभाग ने माइंडट्री के 74.90 लाख शेयर अटैच कर लिए थे जिसमें 22.20 लाख शेयर कॉफी डे इंटरप्राइजेज के थे जबकि 52.70 लाख शेयर प्रोमोटर वीजी सिद्धार्थ के पास थे.