प्रस्तावित अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के एक महत्वपूर्ण स्टेशन साबरमती को खास तरीके से डिजाइन करने का फैसला किया गया है. साबरमती बुलेट ट्रेन स्टेशन की डिजाइन में महात्मा गांधी के 1930 में किए गए दांडी मार्च की पूरी छाप रहेगी.
नेशनल हाई स्पीड रेलवे कारपोरेशन लिमिटेड (एनएचएसआरसीएल) ने इस स्टेशन की डिजाइन की परिकल्पना की पहली तस्वीरें सामने रखी हैं. साबरमती बुलेट ट्रेन स्टेशन पर महात्मा गांधी के स्वतंत्रता आंदोलन को दिखाते हुए खास तरीके की डिजाइन तैयार की गई है. परिकल्पना के मुताबिक जब इस स्टेशन को ऊपर से देखेंगे तो आपको चरखे की तस्वीर स्पष्ट तौर पर नजर आएगी.
250 करोड़ का खर्चा आएगा
गुजरात में मौजूद साबरमती में महात्मा गांधी का आश्रम हुआ करता था, जहां से उन्होंने देश की आजादी के लिए पूरे देश को आंदोलित किया. महात्मा गांधी को साबरमती का संत भी कहा जाता है. बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के MD अचल खरे के मुताबिक साबरमती बुलेट ट्रेन स्टेशन को बनाने में तकरीबन ढाई सौ करोड़ रुपए का खर्चा आएगा.
उन्होंने बताया कि स्टेशन क्षेत्र में 3 लेवल की पार्किंग का बंदोबस्त किया जाएगा. यहां पर तकरीबन 15 सौ वाहन की पार्किंग दी जाएगी. पहले लेवल पर कारों के लिए पार्किंग होगी, दूसरे लेवल पर बसों की और तीसरे लेवल पर ऑटो रिक्शा की पार्किंग की व्यवस्था की जाएगी.
अचल खरे के मुताबिक साबरमती बुलेट ट्रेन स्टेशन को रेलवे स्टेशन और दो मेट्रो स्टेशनों से भी कनेक्टिविटी दी जाएगी.
हवाई जहाज से कम होगा किराया
अहमदाबाद और मुंबई के बीच बुलेट ट्रेन परियोजना के तहत बार-बार यह सवाल उठाया जाता रहा है कि इस ट्रेन का किराया क्या होगा. इस बारे में भी विचार हो चुका है इस बात की तैयारी की जा रही है कि अहमदाबाद और मुंबई के बीच हवाई किराए से कम किराया रखा जाए. इस समय के कैलकुलेशन के हिसाब से जब बुलेट ट्रेन चलाई जाएगी तो दो स्टेशनों के बीच का टिकट ढाई सौ रुपये के आसपास होगा.
बुलेट ट्रेन के MD अचल खरे ने बताया कि इस समय बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के लिए जमीन के अधिग्रहण का काम शुरू हो गया है. गुजरात, महाराष्ट्र और दादर नगर हवेली में जिला प्रशासन को उस जमीन की सूची भेज दी गई है जिसको अधिग्रहीत किया जाना है. उन्होंने बताया कि जमीन अधिग्रहण का काम इस साल के दिसंबर तक पूरा हो जाने की संभावना है.