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CAB: जानें, सुब्रह्मण्यम स्वामी ने तारिक फतेह और तस्लीमा नसरीन का क्यों किया जिक्र

नागरिकता संशोधन बिल 2019 पर राज्यसभा में बहस के दौरान बीजेपी के सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी ने कहा है कि पाकिस्तान के मुस्लिम भारत नहीं आना चाहते हैं. उन्होंने कहा वे नहीं समझते हैं कि पाकिस्तान के मुस्लिम भारत आना चाहते हैं और यहां रहना चाहते हैं.

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बीजेपी सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी (फोटो-ANI)
बीजेपी सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी (फोटो-ANI)

  • 'भारत नहीं आना चाहते हैं पाक मुस्लिम'
  • सदन में कांग्रेस पर स्वामी का हमला
  • 'ईरान जा सकते हैं शिया, अहमदिया के लिए बहरीन'

नागरिकता संशोधन बिल 2019 पर राज्यसभा में बहस के दौरान बीजेपी के सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी ने कहा है कि पाकिस्तान के मुस्लिम भारत नहीं आना चाहते हैं. उन्होंने कहा वे नहीं समझते हैं कि पाकिस्तान के मुस्लिम भारत आना चाहते हैं और यहां रहना चाहते हैं. इसलिए इस बोगस कंसेप्ट को इस बिल के साथ नहीं लाना चाहिए कि अनुच्छेद-14 सभी को समानता का अधिकार देता है.

ईरान जाएं शिया, अहमदिया बहरीन

बीजेपी सांसद ने कहा कि जहां तक अहमदिया और शिया का सवाल है तो शिया ईरान जा सकते हैं जहां उन्हें मान्यता है, जबकि अहमदिया बहरीन जा सकते हैं जहां उन्हें मुसलमान माना गया है. स्वामी ने कहा कि ये पाकिस्तान के वहाबी कट्टरपंथी हैं जो इन दोनों समुदायों को मुस्लिम नहीं मानते हैं. अन्यथा पूरी दुनिया उन्हें मुसलमान ही मानती है. स्वामी ने कहा कि इन तीनों देशों में इस्लाम राज्य का आधिकारिक धर्म है. इसलिए शिया और अहमदिया इस ग्रुप में नहीं आ सकते हैं.

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स्वामी ने कहा कि कई इन देशों से कुछ मुस्लिम व्यक्तिगत रूप से भारत आए हैं और यहां की नागरिकता मांगी है. जैसे कि तारिक फतेह और और तस्लीमा नसरीन. लेकिन क्या हुआ तस्लीमा स्वीडन गईं और उन्हें वहां की नागरिकता मिली, जबकि तारेक फतेह कनाडा के नागरिक बने. इसलिए मुझे नहीं लगता कि पाकिस्तानी मुस्लिम हमारे देश में आना चाहते हैं और रहना चाहते हैं. 

LIVE: नागरिकता बिल पर राज्यसभा में तीखी बहस, पढ़ें हर अपडेट

संवैधानिक प्रावधानों को लेकर कांग्रेस में अज्ञानता

सुब्रह्मण्यम स्वामी ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों को प्रताड़ित किया जाता है. इसलिए उन्हें यहां की नागरिकता दी जा रही है. उन्होंने कहा कि संवैधानिक प्रावधानों को लेकर कांग्रेस में गहरी अज्ञानता है.

कांग्रेस भ्रम की स्थिति में

बीजेपी सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी ने कहा कि नागरिकता संशोधन बिल और एनआरसी को लेकर कांग्रेस भ्रम की स्थिति में है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सदन को गुमराह कर रही है. स्वामी ने इस बिल को लाने के लिए गृह मंत्री को धन्यवाद दिया. उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के बयान का जिक्र करते हुए कहा कि पूर्व पीएम ने 2003 में सरकार से गुजारिश की थी कि बांग्लादेश में धार्मिक उत्पीड़न का शिकार हो रहे अल्पसंख्यकों को नागरिकता देते समय सरकार को उदार होना चाहिए. स्वामी ने असम के पूर्व सीएम तरुण गोगोई का जिक्र किया. गोगोई ने कहा कि बाहर से आए धार्मिक अल्पसंख्यकों को अवैध नहीं माना जाना चाहिए और उन्हें नागरिकता दी जानी चाहिए.

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अनुच्छेद-14 नागरिकता बिल में संशोधन करने से नहीं रोकता

सुब्रह्मण्यम स्वामी ने कहा कि अनुच्छेद-14 नागरिकता बिल में संशोधन करने से नहीं रोकता है. उन्होंने कहा कि अनुच्छेद-14 की कई बार स्क्रूटनी की गई है, इसे अलग करके नहीं देखा जाना चाहिए. स्वामी ने कहा अनुच्छेद-14 अंतर करने की इजाजत देता है और इसी के आधार पर सरकार ने भेद दिया है. क्योंकि इन तीनों देशों में हिन्दू, सिख, पारसी, जैन, बौद्ध और ईसाई के साथ भेदभाव किया गया है.

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