भारतीय जनता पार्टी ने गुरुवार को एक कार्यक्रम में इमरजेंसी में बंदी बनाए गए लोगों को सम्मानित किया, लेकिन पार्टी ने इस कार्यक्रम में अपने वरिष्ठ नेता और मार्गदर्शक मंडल के सदस्य लालकृष्ण आडवाणी को नहीं बुलाया. पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने इस समारोह में इमरजेंसी के बंदियों का सम्मान किया.
पार्टी है नाराज
सूत्रों ने बताया कि पार्टी आडवाणी के कुछ दिन पहले इमरजेंसी पर दिए गए बयान से नाराज है और इसी नाराजगी के चलते उन्हें इस कार्यक्रम के लिए न्योता नहीं भेजा गया. पिछले कुछ सालों से आडवाणी इस कार्यक्रम में हर बार मुख्य अतिथि होते थे, इसलिए इस बार उनको इस कार्यक्रम में नहीं बुलाए जाने पर विवाद शुरू हो गया.
पहले भी हो चुका है ऐसा
आडवाणी के साथ ऐसा पहली बार नहीं हुआ इससे पहले 6 जून को पार्टी के फाउंडेशन डे के कार्यक्रम में भी आडवाणी को नहीं बुलाया गया था. इस साल बेंगलुरु में हुई पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में भी उन्होंने भाषण नहीं देने दिया गया.
19 महीने जेल में बंद रहे थे आडवाणी
आडवाणी इमरजेंसी के दौरान 19 महीने जेल में बंद रहे थे. उन्हें इमरजेंसी के बंदियों के लिए आयोजित किए गए सम्मान समारोह में नहीं बुलाए जाने पर पार्टी की तरफ से अभी तक कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है.