बिहार में कोसी नदी में आई बाढ़ से चारो ओर तबाही मची हुई है. कई सड़कें बह चुकी हैं. रेलवे ट्रैक भी बाढ़ की भेंट चढ़ चुके हैं. मधेपुरा से पूर्णियां के बीच रेल यातायात ठप पड़ चुका है. गांवों का संपर्क शहर से टूट चुका है. खेत और नदी में अंतर कर पाना मुश्किल है. सुपौल और अररिया में कहर बरपाने के बाद बाढ़ का पानी मधेपुरा में भी घुस आया है. मधेपुरा शहर में भी चारो ओर पानी ही पानी नजर आ रहा है. हजारों परिवार बाढ़ की चपेट में हैं.
प्रशासन के सामने सबसे बड़ी चुनौती बाढ़ से घिरे लोगों को सुरक्षित जगह पर पहुंचाने की है. पिछले दो दिनों से सेना की मदद से प्रशासन बाढ से घिरे लोगों को बाहर निकालने में जुटा है. इन इलाकों में 30 रिलीफ कैंप भी बनाए गए हैं. लेकिन रुक-रुक कर हो रही बारिश राहत और बचाव कार्य रास्ते में मुश्किलें खड़ी कर रही है.