बिहार में शराबबंदी है, लेकिन वहीं शराब बेचने वाले और शराब पीने वाले इस मुहिम को पूर्ण होने पर बाधा उत्पन्न कर रहे हैं. जिसका असर ऐसा हो रहा है कि शराब पीने वालों को अपनी जान तक गंवानी पड़ रही है. बिहार के रोहतास में जहरीली शराब पीने से 5 लोगो की मौत हो गई है.साथ ही 4 लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है.
Bihar: 5 dead in Rohtas' Danwar after consuming illicit liquor, 4 others critical.
— ANI (@ANI) October 28, 2017
डीआईजी शाहाबाद मो रहमान ने इस बात की पुष्टि की है. साथ ही जहरीली शराब पीने से मौत मामले में शाहाबाद रेंज के DIG के सख्त तेवर भी अपनाए हैं. सूत्रों के अनुसार एसएचओ पर निलंबन की कार्रवाई की गई है. साथ ही एक्ससाइज अधिकारियों पर भी कार्रवाई हो सकती है.बीमार हुए 4 लोगों को नारायण मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया.
पुलिस अधीक्षक मानवजीत सिंह ढिल्लों ने बताया कि शुक्रवार रात संदिग्ध जहरीली शराब पीने से पांच लोगों की मौत होने और कुछ के बीमार पड़ने की सूचना मिली है. जिसकी जांच की जा रही है. ढिल्लों ने बताया कि इस मामले में फिलहाल कछवा थाना अध्यक्ष मुकेश कुमार को निलंबित कर दिया गया है. इनपर आरोप है कि यह पैसा लेकर दारू बेचवाते थे.
शाहाबाद प्रक्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक मोहम्मद रहमान, जिलाधिकारी अनिमेष कुमार सिंह और पुलिस अधीक्षक मानवजीत सिंह ढिल्लों घटनास्थल पर पहुंच गए हैं. पुलिस मौत के कारणों का पता लगाने के लिए शवों को अपने कब्जे में लेने के साथ ही हादसे में बीमार लोगों के बारे में भी पता लगाने के प्रयास कर रही है.
रोहतास के दनवर इलाके में इस हादसे से कई परिवारों में शोक व्याप्त है. आपको बता दें कि पिछले साल बिहार के गोपालगंज जिले में जहरीली शराब पीने से 16 लोगों की मौत हो गई थी.
घटना के बाद स्थानीय ग्रामीण आक्रोशित हैं. इन लोगों का कहना है कि प्रतिबंध के बावजूद इलाके में अवैध रूप से शराब बिक रहा है जिस कारण आज इस तरह की घटना हुई है. मृतकों में सभी दनवार के ही हैं. मरनेवालों में कमलेश सिंह, हरिहर सिंह, धनजी सिंह और उदय सिंह शामिल हैं. इस घटना से पूरे इलाके में आक्रोश है. लोगों का कहना है कि शराब बिकने में पुलिस प्रशासन की मिली भगत है. उनपर कार्रवाई होनी चाहिए.
आक्रोशित भीड़ ने नसरीगंज नैशनल हाइवे जाम कर दिया. लोग पुलिस अफसरों पर एक्शन की मांग कर रहे थे. उनका आरोप था कि पुलिस की देखरेख में ही यह गोरखधंधा चल रहा था. इसके बाद डीआईजी ने एक्शन लेते हुए कछवा पुलिस स्टेशन के 8 पुलिस अफसरों को सस्पेंड कर दिया. वहीं 10 कॉन्सटेबल को पुलिस लाइन हाजिर किया. एक्शन की सूचना मिलने पर ही लोगों ने प्रदर्शन खत्म किया.

अप्रैल 2016 को बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू हुई थी, और इसके सेवन और उत्पादन और कारोबार पर प्रतिबंध लगा हुआ है. जिसके बाद से ही इससे जुड़ा कानून बहस का विषय बना हुआ है. कुछ माह पहले ये ख़बर आई थी कि राजधानी पटना के थानों में ज़ब्त की हुई शराब चूहों ने पी ली है. इस ख़बर को लेकर सरकार की बहुत किरकिरी हुई थी हालांकि बाद में बिहार पुलिस मुख्यालय ने इस ख़बर को ख़ारिज कर दिया था.